राष्ट्रीय जल जीवन मिशन ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Meity) के साथ मिलकर एक 'स्मार्ट जल आपूर्ति मापन और निगरानी प्रणाली' (Smart Water Supply Measurement and Monitoring System) डेवलप करने के लिए आईसीटी ग्रैंड चैलेंज शुरू किया है. इस सिस्टम को गांवों में लगाया जाना है. इस चैलेंज के लिए भारतीय स्टार्ट-अप, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) और अन्य भारतीय कंपनियों से प्रपोजल मांगे गए हैं.

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आईसीटी ग्रैंड चैलेंज के तहत सबसे बेहतर सिस्टम तैयार करने और चैलेंज को जीतने वालों को सरकार की ओर से 50 लाख रुपये का कैश प्राइज दिया जाएगा. इस प्रतियोगिता में दूसरे नम्बर पर आने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम मिलेगा. वहीं सफल डेवलपर्स को उनके आगे के काम को पूरा करने के लिए एमईआईटीवाई समर्थित इनक्यूबेटर / सीओई में शामिल होने का अवसर दिया जाएगा. इससे आत्मनिर्भर भारत, डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया को और बढ़ावा मिलेगा. आईसीटी ग्रैंड चैलेंज से जुड़ी सभी तरह की डीटेल आपको इस वेबसाइट https://jjm.gov.in/ पर मिल जाएगी. 

जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत 2024 तक हर ग्रामीण परिवार को पानी के नल का कनेक्शन (एफएचटीसी) देना है. इस योजना के तहत गांवों में हर घर को साफ पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा. इस स्कीम की मॉनिटरिंग करने और बेहतर क्वॉलिटी की सर्विस देने के लिए ऑटोमेटिक डेटा कलेक्शन और उसका ऐनलिसिस किया जाएगा. वॉटर सप्लाई की पूरी व्यवस्था को डिजिटल करने से कई समस्याएं पूरी तरह से खत्म हो जाएंगी. 

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आईसीटी ग्रैंड चैलेंज, के जरिए सरकार गांवों में स्मार्ट वॉटर सप्लाई सिस्टम को डेवलप करने का प्रयास कर रही है. इस सिस्टम को शुरूआत में जल जीवन मिशन परियोजना के तहत देश के 100 गांवों में लगाया जाएगा. इससे मिलने वाले रिजल्ट के आधार पर और गांवों में भी इसे लगाया जा सकता है.