अगर आप महाराष्ट्र में घर खरीदने वाले हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. जल्द ही प्रॉपर्टी का ई-रजिस्ट्रेशन शुरू होने वाला है. इस सुविधा से घर खरीदार प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन प्रॉपर्टी डेवलपर के ऑफिस से भी कर सकेंगे. हालांकि, इसका फायदा केवल नए घर खरीदारों के लिए ही होगा. बता दें कि यह सिस्टम पूरी तरह सुरक्षित होगा, क्योंकि डाटा की सुरक्षा ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के जरिए की जाएगी. ई-रजिस्ट्रेशन का मकसद घर खरीदारों के लिए खरीदारी की प्रक्रिया को आसान करना है. 

ई-रजिस्ट्रेशन के लिए जागरुकता अभियान 

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देश के सबसे बड़े रियल एस्टेट मार्केट वाले राज्य में ई-रजिस्ट्रेशन को लेकर जागरुकता अभियान भी शुरू किया जाएगा, जो 13 से 16 अक्टूबर तक MMRDA ग्राउंड, मुंबई में आयोजित होगा. इस कार्यक्रम में राज्य अधिकारी घर खरीदारों को ई-रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को समझाएंगे और पोर्टल के जरिए गाइड भी करेंगे. बता दें कि ई-रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू करने वाला महाराष्ट्र देश का पहला राज्य होगा. हालांकि, कोरोना के दौरान यह सर्विस ट्रायल बेसिस पर शुरू किया गया था, ताकि घर खरीदार बिना रजिस्ट्रेशन ऑफिस गए ही रजिस्ट्रेशन का काम कर सकें.

कोविड के बाद अब इस पूरी तरह लागू करने की योजना है. इससे पहले ई-रजिस्ट्रेशन सुविधा लीव और लाइसेंस एग्रीमेंट के लिए ही था, जोकि 2014 से चालू है. रजिस्ट्रेशन एंड स्टाम्प डिपार्टमेंट के मुताबिक महाराष्ट्र में हर साल करीब 30 लाख प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन होते हैं. इसमें से करीब 3 से 4 लाख एग्रीमेंट नए घरों की बिक्री के लिए होते हैं. 

महाराष्ट्र में रजिस्ट्रेशन चार्ज कितना है?

शहरी इलाकों में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन चार्ज 5 फीसदी है, जबकि ग्रामीण इलाकों में प्रॉपर्टी स्टाम्प ड्यूटी 3 फीसदी है. नाइट फ्रैंक इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जनवरी-जून छमाही के दौरान आठ प्रमुख शहरों में आवास बिक्री सालाना आधार पर 60 फीसदी बढ़ी, जो करीब 1,58,705 यूनिट रही. बिक्री के लिहाज से यह छमाही पिछले 9 साल में सबसे बेहतर रही. इससे पहले 2013 की पहली छमाही में 1,85,577 यूनिट की बिक्री हुई थी. 2022 की पहली छमाही में जोरदार बिक्री की वजह कम ब्याज दरें और घरों की कीमतें प्री-कोविड लेवल से कम होना है.