अदन की खाड़ी में INS विशाखापट्टनम को MV एमवी मर्लिन लुआंडा की मदद के लिए तैनात कर दिया गया है. भारतीय नेवी को 26 जनवरी 2024 को अदन की खाड़ी में MV एमवी मर्लिन लुआंडा से मदद के लिए कॉल आया था, जिसके बाद भारत के युद्धपोत को मदद के लिए भेजा गया. नौसेना के मुताबिक एमवी मर्लिन लुआंडा में 22 भारतीय और एक बांग्लादेशी क्रू भी मौजूद है. गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों से लाल सागर, अदन की खाड़ी और मध्य,उत्तरी अरब सागर में अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन से गुजरने वाले व्यापारिक जहाजों में हमलों की घटनाओं में बढ़ोत्तरी देखी गई है. 

आग बुझाने के लिए NBCD टीम को भी किया गया तैनात

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भारतीय नेवी के अनुसार एमवी मर्लिन लुआंडा के रिक्वेस्ट के आधार पर,भारतीय नौसेना के युद्धपत विशाखापत्तनम को संकटग्रस्त एमवी की मदद  के लिए भेजा. युद्धपोत के साथ आग को बुझाने और चालक दल को सहायता करने के लिए अग्निशमन उपकरणों के साथ जहाज की एनबीसीडी टीम को भी तैनात किया है. नेवी के प्रवक्ता ने कहा, 'भारतीय नौसेना एमवी और समुद्र में जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रति दृढ़ और प्रतिबद्ध है.'आपको बता दें कि आईएनएस विशाखापट्टनम एक पी15बी स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक है. 

लाल सागर पर हूती ठिकानों पर किए अमेरिका ने किए हमले 

अमेरिकी-ब्रिटिश समुद्री गठबंधन ने शनिवार सुबह यमन के लाल सागर बंदरगाह शहर होदेइदा में हूती ठिकानों पर दो हमले किए. हूती विद्रोहियों द्वारा एक ब्रिटिश तेल टैंकर पर हमला करने के कुछ घंटों बाद शहर के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में रास इस्सा तटीय क्षेत्र में हमले हुए. यूएस सेंट्रल कमांड ने एक्स पर कहा, "27 जनवरी को सुबह करीब 3:45 बजे (यमन समय), यूएस सेंट्रल कमांड फोर्सेज ने लाल सागर की ओर लक्षित एक हौथी एंटी-शिप मिसाइल के खिलाफ हमला किया और जिसे लॉन्च करने के लिए तैयार किया गया था."

मार्लिन लुआंडा पर हमले की हूती विद्रोहियों ने ली थी जिम्मेदारी

हूती विद्रोहियों द्वारा शुक्रवार को अदन की खाड़ी में ब्रिटिश तेल टैंकर, मार्लिन लुआंडा पर मिसाइल हमले की जिम्मेदारी लेने का दावा करने के कुछ घंटों बाद अमेरिकी जवाबी हमले हुए. ब्रिटिश समुद्री पर्यवेक्षक एजेंसी, यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस ने टैंकर पर हमले की पुष्टि की और एक्स पर कहा कि हूती मिसाइल हमले के बाद आग लगने के बाद टैंकर ने सहायता के लिए बुलाया. हूती बलों का उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण है, जिसमें राजधानी सना और रणनीतिक लाल सागर बंदरगाह शहर होदेइदाह भी शामिल है.