Indian and Chinese soldiers clash: भारत और चीन के बीच सीमाओं पर तनाव कम करने के लिए करीब 16 घंटे चली मैराथन बैठक (India-China military talks) के खत्म होने फौरन बाद ही दोनों देशों के सैनिकों के टकराव की खबरें आ रही हैं. हालांकि बताया जा रहा है कि भारत और चीन के सैनिकों के बीच यह आमना-सामना पिछले सप्ताह हुआ था, और यह बहुत मामूली था. लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि इस टकराव में दोनों ओर के सैनिक चोटिल हुए हैं.

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जानकारी के मुताबिक, पिछले हफ्ते उत्तरी सिक्किम के नाकूला (LAC border in Sikkim) में भी दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने आए गए थे. इस घटना का खुलासा आज सोमवार को हुआ है, जबकि यह घटना 20  जनवरी की बताई जा रही है. घटना की जानकारी रखने वालों ने बताया कि चीन के सैनिकों (Chinese soldiers) ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) पार कर भारतीय इलाके में घुसपैठ करने की कोशिश की लेकिन भारतीय सेना के जवानों ने उन्हें रोक दिया था.

इंडियन आर्मी ने कहा- मामूली सा तनाव ( Minor face-off at Nakula area)

इस रिपोर्ट पर आर्मी का कहना है कि सिक्किम सेक्टर (Sikkim sector) में भारतीय सेना और पीएलए ट्रूप (PLA soldiers) के बीच तनातनी हुई थी. आर्मी ने बताया कि यह घटना 20 जनवरी की है. लेकिन इस तनाव को तुरंत खत्म कर दिया गया. 

बता दें कि नाकू ला वही स्थान है जहां पर पिछले साल 9 मई को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी. इसके बाद पूर्वी लद्दाख के पेंगोंग लेक इलाके में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी और तब से अबतक करीब 9 महीने से वहां सेनाओं की बीच टकराव जारी है.

16 घंटे चली बैठक (India-China talks on LAC standoff)

भारत और चीन की सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले बिंदुओं से सैनिकों को हटाने पर नौवें दौर की वार्ता के दौरान करीब 16 घंटे तक लंबी मैराथन चर्चा हुई. कोर कमांडर स्तर की यह बातचीत रविवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे शुरू हुई और सोमवार तड़के करीब ढाई बजे खत्म हुई.

पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की तरफ मोल्डो में यह बैठक हुई. हालांकि बैठक का नतीजा क्या रहा, इसके बारे में जानकारी हासिल नहीं हो पाई है.

सूत्रों के मुताबिक, बैठक में भारत ने जोर दिया कि क्षेत्र में गतिरोध वाले स्थानों से सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया को आगे ले जाने और तनाव कम करने की जिम्मेदारी चीन पर है.

बातचीत में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेह स्थित 14 वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ने किया. सैन्य वार्ता में भारत पूर्वी लद्दाख के सभी इलाके में अप्रैल से पहले की स्थिति बहाल करने की मांग कर रहा है. दोनों सेनाओं के बीच यह टकराव पांच मई को शुरु हुआ था.

50,000 भारतीय जवान तैनात (Indo-China Border)

पूर्वी लद्दाख में विभिन्न पवर्तीय क्षेत्रों में करीब 50,000 भारतीय जवान तैनात हैं. अधिकारियों के अनुसार चीन ने भी इतनी ही संख्या में अपने सैनिकों को तैनात किया है.

 

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