Needle free Zydus Cadila vaccine ZyCov-D : Zydus Cadila की कोरोना वैक्सीन ZyCov-D को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है. भले ही देश 58 करोड़ वैक्सीन के आंकड़ों को लांघकर आगे बढ़ गया हो, लेकिन आज भी लोगों में सुई चुभने के डर ने कइयों को इस अभियान का हिस्सा बनने से रोके रखा है. ऐसे लोगों के लिए ये नीडल-फ्री ZyCov-D वैक्सीन बेहतर विकल्प बनकर उभर सकता है. लेकिन आखिर बिना नीडल यानी सुई के किसी को वैक्सीन कैसे दी जा सकती है? ये वैक्सीन आखिर शरीर के भीतर प्रवेश कैसे करेगी? इन तमाम सवालों के जवाब हम आपको बताते हैं कि आखिर ये किस तकनीक पर काम करेगा.

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लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डॉ. हरीश पेमडे बताते हैं कि बिना सुई (injection) वाली वैक्सीन तो पहले भी बहुत आती थी, जिसमें पोलियो वैक्सीन (Polio vaccine) या रोटावायरस वैक्सीन (Rotavirus Vaccine) जैसी वैक्सीन शामिल है. लेकिन Zydus Cadila आपनी ZyCov-D वैक्सीन को जेट इंजेक्टर मैथड से शरीर में प्रवेश कराएगा.

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स्पेशन जेट तकनीक

इस स्पेशल जेट (Jet) को  त्वचा पर रखा जाता है और जेट तेज प्रेशर से वैक्सीन को शरीर के भीतर प्रवेश करा देता है. इस तरह की वैक्सीन को इंड्राडर्मल वैक्सीन (intradermal vaccine) कहा जाता है. इस प्रक्रिया से वैक्सीन देने पर दर्द कम होता है और इसे देना आसान होता है. नीडल के लिए जो सावधानियां बरती जाती हैं वो इसमें नहीं बरतनी पड़तीं.

सौ साल से ज्यादा पुरानी तकनीक

ये तकनीक नई नहीं है. इससे पहले भी नीडल फ्री वैक्सीन आ चुकी हैं. 1866 में पहली बार इस तरह के नीडल-फ्री वैक्सीन को शो-केस किया गया था. 60 के दशक में ये चेचक की रोकथाम के लिए बड़े पैमाने पर इस्तेमाल में भी लाया गया था. लेकिन बाद में इसे संक्रमण होने के डर के चलते इस्तेमाल से बाहर कर दिया गया था. नए दौर मे अब नई और उन्नत तकनीक के सहारे इसके संक्रमण के खतरों को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है.

ZyCov-D शॉट पूरी तरह सुरक्षित

ZyCov-D की नीडल-फ्री वैक्सीन ट्रॉपिस(Tropis) प्रणाली पर आधारित है. इसे अमेरिकी कंपनी फार्माजेट(Pharmajet) ने तैयार किया है. ये  सिंगल यूज, स्टेराइल डिस्पोजेबल सिरींज को दोबारा इस्तेमाल करनेवाले इंजेक्टर के साथ इस्तेमाल में लाया जाता है. इससे संक्रमण फैलने का डर खत्म हो जाता है.यही नहीं नीडल से होनेवाले जख्म से भी छुटकारा मिलता है.