चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) पिता-पुत्र के फ्रॉड की घटना सामने आने के बाद अब फर्जीवाड़ा करने वाले दूसरे CA पर भी शिकंजा कसने वाला है. पिता-पुत्र के इस फर्जीवाड़े के खुलने के बाद इंस्‍टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने इस मामले में GST विभाग से फ्रॉड करने वाले CA के नामों की लिस्‍ट मांगी है ताकि उन पर सख्‍त कार्रवाई हो सके.

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बता दें कि जी बिजनेस पर खबर चलने के बाद ICAI एक्‍शन में आ गया है. 7 सितंबर को इसे लेकर खबर चली थी, जिसमें बताया गया था कि पिता-पुत्र कैसे फर्जीवाड़ा कर रहे थे. ये दोनों फर्जी ट्रेडिंग कंपनी बनाकर करोड़ों रुपए की GST की चोरी कर रहे थे. इसके बाद उनकी गिरफ्तारी हो गई थी. इसी खबर का ICAI ने संज्ञान लिया. 

ICAI के लिस्‍ट मांगने पर GST विभाग चाहता है कि वह इस मामले में फ्रॉड करने वाले CA का लाइसेंस कैंसिल करे. साथ ही कानून की जानकारी का गलत इस्‍तेमाल करने वालों पर कार्रवाई करे.

क्‍या है मामला

महाराष्ट्र (Maharashtra) में फर्जी कंपनियां (Shell companies) बनाकर करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी (GST Evasion) का मामला बीते दिनों सामने आया. जांच में पता चला कि इस फर्जीवाड़े को चार्टर्ड अकाउंटेंट पिता और पुत्र ने मिलकर अंजाम दिया है. पिता-पुत्र ने मिलकर सरकार को 541 करोड़ रुपये के टैक्स की चपत लगाई है.

नवी मुंबई के जीएसटी विभाग ने कार्रवाई करके चार्टर्ड अकाउंटेंट योगेश जगीवाला और उसके बेटे नीलेश जगीवाला के खिलाफ मामला दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. इन दोनों ने मिलकर करीब 3,000 करोड़ की फर्जी रसीद (GST Fake Invoice) जारी की. इन्होंने 8-10 फर्जी कंपनियां बनाई हैं.

मुंबई, बेलापुर की CGST कमिश्नर मनप्रीत अरोड़ा ने बताया कि इन लोगों ने कोई सामान भेजे बिना ही फर्जी बिलों के आधार पर सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगाया. 

बता दें कि इससे पहले भी मुंबई के जीएसटी डिपार्टमेंट ने पान मसाला, गुटखे की 225 करोड़ की टैक्स चोरी का खुलासा किया था. इस मामले में एक कारोबारी को गिरफ्तार किया गया था.