पीएम जन आरोग्य योजना (PM-JAY) लोगों के जीवन को सुरक्षित और स्वस्थ्य लाभ प्रदान करने वाली जीवन रक्षक कवच बन गई है. ANI के रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार ने इस योजना के अंतर्गत 1.36 करोड़ से ज़ादा लोगों का आयुष्मान कार्ड जारी किया है. केंद्र सरकार का यह दावा है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत 50 महीने के दौरान इलाज कराने वाले बेनेफीशियरीयों को 50,000 करोड़ रुपए तक का भुगतान किया गया है. इस योजना के तहत खासकर डायलिसिस (Kidney Failure Treatment) और हार्ट सर्जरी (Cardiology Treatment) जैसे इलाज वाले मरीजों को बड़ा लाभ मिला है.

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पीएम जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के तहत भुगतान की जाने वाली यह राशि केंद्र और अलग-अलग राज्य सरकारों की ओर से पिछले 4 सालों में देश में गरीब व्यक्तियों के मुफ्त चिकित्सा उपचार के लिए लगाई गई हैं. पीएम जन आरोग्य योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से सितम्बर, 2018 में की गई थी. आयुष्मान भारत योजना के तहत उन गरीब परिवारों को लाभ दिया जाता है जिनकी सालाना आय 5 लाख रुपए या उससे कम है. अब तक 28,500 से अधिक अस्पतालों में करीब 4.25 करोड़ लोग इलाज कराने के लिए भर्ती हुए हैं.

किडनी के मरीजों को मिला सबसे ज्यादा फायदा

सरकार के आकड़ों के मुताबिक आयुष्मान भारत योजना का सबसे बड़ा लाभ किडनी फेलियर के मरीजों को मिला है. आकड़े बताते है कि अस्पतालों में अब तक करीब 64 लाख दाखिले पीएम जन आरोग्य योजना के तहत किए गए हैं. यह आंकड़ा दूसरी अन्य बीमारियों के इलाज की तुलना में सबसे ज्यादा रिकॉर्ड किया गया है.

कार्डियोलॉजी के मरीजों पर हुए 4,222 करोड़ रुपए खर्च

किडनी के मरीजों के साथ-साथ कार्डियोलॉजी के मरीजों ने इस योजना का बड़ा लाभ उठाया हैं. इसमें हार्ट के मरीजों के लिए बायपास, एंजियोग्राफी और स्टंट लगाने आदि की प्रक्रिया प्रमुख रूप से शामिल हैं. आकड़ों से अनुसार योजना के तहत अब तक 50,000 करोड़ रुपए में से 4,222 करोड़ रुपए सिर्फ कार्डियक प्रोसेसेज में ही लगे हैं. 

किन राज्यों ने उठाया PMJAY का लाभ

PMJAY के सबसे ज्यादा लाभार्थी तमिलनाडु में रहें. तमिलनाडु में करीब 85 लाख लोग अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती हुए जो कि देश के कुल भारतियों का 20 फीसदी है. दूसरे नंबर पर केरल रहा. केरल में करीब 46 लाख लोगों ने अपना इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत कराया. तीसरे नंबर पर आता है राजस्थान जहां 39 लाख लोगों न इस योजना का लाभ उठाया है. कर्नाटक और गुजरात जैसे राज्यों में भी 35 लाख से ज्यादा मरीजों ने PMJAY के तहत अपनी बीमारियों का इलाज कराया है.

कौन से राज्य रहें पीछे?

बिहार, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों ने इस योजना का ज्यादा लाभ नहीं उठाया. बिहार में PMJAY के तहत सिर्फ 5 लाख मरीजों ने ही दाखिला लिया. उत्तर प्रदेश में ये संख्या 17 लाख रही. आबादी के मुताब‍िक इन दोनों राज्‍यों में पीएम जन आरोग्य योजना के तहत लाभार्थियों का आंकड़ा काफी कम दर्ज क‍िया गया है. वहीं तेलंगाना की बात करें तो यहां सिर्फ 6 लाख लोगों में अस्पताल में भर्ती ली.

 

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