दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने के लिए लोगों को अब घंटों जाम से नहीं जूझना होगा. दिल्ली के बाहरी रिंग रोड से एयरपोर्ट जाने के लिए राव तुला राम फ्लाईओवर की शुरुआत मंगलवार को कर दी गई. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस फ्लाईओवर का उद्घाटन किया. इस फ्लाईओवर को बनाने में लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत आई है.

2013 में मिली थी मंजूरी
एयरपोर्ट जाने वालों को जाम की समस्या से राहत दिलाने के लिए दिल्ली सरकार ने वर्ष 2013 में राव तुला राम फ्लाईओवर के निर्माण की योजना बनाई थी. सरकार की ओर से एयरपोर्ट जाने के लिए लगभग 2.85 किलोमीटर लंबाई वाले सिंगल लेन फ्लाईओवर की योजना बनाई गई थी. इस फ्लाईओवर का निर्माण 2014 में शुरू हुआ.  
 
दो सालों में पूरा होना था काम
शुरुआत में इस फ्लाईओवर का काम दो सालों में पूरा किए जाने का लक्ष्य रखा गया. लेकिन इस फ्लाईओवर के निर्माण के लिए कुछ पेड़ काटे जाने थे जिसकी अनुमति मिलने में समय लगा. कंपनियों ने काम शुरु करने में देरी की तो लोक निर्माण विभाग (PWD) ने कंपनी पर 27 करोड़ का जुर्माना लगाया. इस फ्लाईओवर का सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि वाहन चालक बाहरी रिंग रोड से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे तक बिना जाम के पहुंच सकेंगे.
 
जाम से मिलेगी राहत
वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार राव तुलाराम मार्ग फ्लाईओवर एक बड़ी योजना का हिस्सा है. इसका निर्माण व्यस्त इलाके जैसे वसंत विहार, साउथ कैम्पस और मोतीबाग कॉरिडोर को जाम से मुक्त कराने के उद्देश्य से किया गया है. इस फ्लाईओवर के शुरू होने से रोज लाखों लोगों को लाभ मिलेगा. यह फ्लाईओवर मुनिरका फ्लाईओवर से जोड़ दिया गया है. यह हवाईअड्डे के करीब उतरेगा.