Nirmala Sitharaman: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि वित्त वर्ष 2027-28 तक भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए प्रत्येक भागीदार के सहयोग की जरूरत है.  वित्त मंत्री ने कहा कि इसके लिए भारत की जीडीपी को 5,000 अरब डॉलर के आंकड़े को पार करना होगा.

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‘अमृत काल’ के दौरान देना होगा योगदान

वित्त मंत्री ने साथ ही कहा कि सीमा शुल्क विभाग की ‘फेसलेस मूल्यांकन’ और ‘एकल खिड़की निपटान’ जैसी पहलों को विकसित करने की जरूरत है. सीतारमण ने ‘अंतरराष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस 2024’ के अवसर पर एक लिखित संदेश में कहा कि भारत के ‘अमृत काल’ के दौरान सभी हितधारकों को एक साथ आने और नागरिकों को लाभ पहुंचाने के लिए योगदान करने की जरूरत है.

हर साझेदार को सहयोग करने की जरूरत

वित्त मंत्री  निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस साल अंतरराष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस का मकसज ”परंपरागत और नए साझेदारों को उद्देश्य से जोड़ने वाला सीमा शुल्क” है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे ‘सबका साथ – सबका विकास’ की गूंज सुनाई देती है. सीतारमण ने कहा, ”भारत को 2027-28 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए हर साझेदार को सहयोग करने की जरूरत है.”