यूपी में खाद की कालाबाजारी पर योगी सरकार सख्त, 623 लाइसेंस सस्पेंड, कई दुकानें सील
उत्तर प्रदेश में खाद की कालाबाजारी करने वाले 817 एफआईआर दर्ज करते हुए 391 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
मॉनसून सीजन (Monsoon Season) में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में किसानों को खाद की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. प्रदेश में बड़े पैमाने पर खाद की कालाबाजारी हो रही है. खाद की कालाबाजारी को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ (Yogi Adityanath) काफी नाराज हैं. उन्होंने अधिकारियों को खाद की कालाबाजारी (black marketing of fertilisers) पर रोक लगाने और इस धंधे में लिप्त लोगों के खिलाफ एनएसए (NSA) के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर टीम-11 के साथ कोविड, अनलॉक-3 और कानून-व्यवस्था की समीक्षा के दौरान ये बात कही. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ये तय किया जाए कि हर एक किसान को उसकी जरूरत के मुताबिक समय से खाद मिले.
उन्होंने कहा कि खाद की कालाबाजारी (Fertilisers black marketing) कर किसानों के हितों से खिलवाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ सरकार काफी सख्ती से पेश आएगी. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसा करने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत भी कार्रवाई करने में कोई देरी न हो.
मुख्यमंत्री की सख्ताई पर अधिकारियों ने प्रदेशभर में कई जगह छापे मारे. अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि राज्य में खाद की उपलब्धता और आपूर्ति बनाए रखने के लिए कालाबाजारी तथा जमाखोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी है. उन्होंने बताया कि अब तक 623 लाइसेंस सस्पेंड किए गए हैं, जबकि 22 लाइसेंस कैंसिल किए जा चुके हैं.
उन्होंने बताया कि खाद की कालाबाजारी और जमाखोरी को 9747 प्रतिष्ठानों पर छापा मारे और 3287 नमूने इकट्ठा किए गए. 517 प्रतिष्ठानों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. 17 प्रतिष्ठानों को सील किया जा चुका है.
अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि खाद की कालाबाजारी और जमाखोरी के खिलाफ 35 एफआईआर दर्ज करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
बता दें कि प्रदेश में खाद की कमी और कालाबाजारी को लेकर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस समस्या के समाधान की मांग की थी.
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मायावती ने अपने एक ट्वीट में लिखा कि यूपी में लाखों किसान परिवार यूरिया खाद की किल्लत से बहुत परेशान हैं. सरकार यूरिया की कमी को तुरंत दूर करे व इसकी कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करे ताकि दोहरी मार झेल रहे किसानों को इस वर्ष फिर बर्बाद होने से बचाया जा सके.