Kisan andolan को करीब एक महीना पूरा होने जा रहा है. किसानों ने राष्‍ट्रीय राजधानी दिल्‍ली को चारों तरफ से घेर रखा है. सारे बॉर्डर पर किसान जमे हैं. इस बीच, गुरुवार को सरकार ने एक बार फिर किसानों से वार्ता की पहल की है. 

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किसान यूनियन को लिखी चिट्ठी में सरकार ने कृषि कानून पर चर्चा करने के लिए किसानों से तारीख और समय तय करने के लिए कहा है. 9 दिसंबर को सरकार के भेजे प्रस्ताव को खारिज करने के बाद से अब तक दोनों तरफ से कोई बातचीत नहीं हुई है.

इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक पार्टी सांसदों के साथ एक मार्च निकाला. ये सभी पुलिस प्रतिबंधों के बावजूद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने जा रहे थे. राहुल गांधी सितंबर में लागू कृषि कानूनों के खिलाफ दो करोड़ हस्ताक्षर का ज्ञापन राष्ट्रपति को देने जा रहे हैं.

Priyanka gandhi in custody

राष्ट्रपति भवन में कांग्रेस के मार्च को दिल्‍ली पुलिस ने रोक दिया है और पुलिस ने प्रियंका गांधी को हिरासत में लेकर दिल्‍ली पुलिस एक बस में बिठाकर उन्‍हें ले गई है. दिल्‍ली पुलिस ने कांग्रेस के कई नेताओं को हिरासत में ले लिया है.

Congress kisan ke sath : Priyanka

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का कहना है कि इस सरकार के खिलाफ किसी भी तरह के असंतोष को आतंकवादी तत्वों के रूप में वर्गीकृत किया गया है. हम किसानों के समर्थन में आवाज बुलंद करने के लिए यह मार्च कर रहे हैं. बीजेपी की सरकार किसानों के पेट पर लात मार रही है और हमारा कर्तव्य है कि हम किसानों के साथ खड़े रहें इसलिए हम लोग अपना कर्तव्य निभाएंगे.

40 Kisan Sangathan ki PC

इससे पहले 40 किसान संगठनों की बैठक के बाद आयोजित पीसी में योगेंद्र यादव ने कहा कि हम तीनों कृषि कानूनों में किसी भी प्रकार के बदलाव की बात नहीं कर रहे हैं बल्कि तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग करते हैं. सरकार लगातार तथाकथित किसान नेताओं और संगठनों के साथ बातचीत कर रही है, जो हमारे आंदोलन से बिल्कुल भी जुड़े नहीं हैं. यह हमारे आंदोलन को तोड़ने का एक प्रयास है.

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