फेसबुक (Facebook) से एक बड़ी खबर है. फेसबुक की पब्लिक पॉलिसी मामलों की प्रमुख अंखी दास (Ankhi Das) ने पद से इस्तीफा दे दिया है. दास सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नफरत फैलाने वाले कमेंट्स पर रोक लगाने के मामले में कथित तौर पर पक्षपात बरतने को लेकर विवादों में थी. पीटीआई की खबर के मुताबिक, इस बारे में फेसबुक इंडिया के एमडी अजीत मोहन (Facebook india MD Ajit Mohan) ने एक ई-मेल के जरिेये बयान देकर यह जानकारी दी.

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अजीत मोहन ने ई-मेल में लिखा कि अंखी दास ने फेसबुक में अपने पद से हटने का फैसला किया है. अंखी ने आम लोगों की सेवा में अपनी रुचि के चलते काम करने के लिये यह कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि अंखी हमारे उन पुराने कर्मचारियों में शामिल हैं, जिन्होंने भारत में कंपनी को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई. कंपनी से वह पिछले नौ साल से ज्यादा समय से जुड़ी थीं. 

खबर के मुताबिक, दास पर यह आरोप लगे थे कि उन्होंने भाजपा और दूसरे दक्षिण पंथी संगठनों के नफरत फैलाने वाले बयानों पर रोक लगाने से जुड़े नियमों को लागू करने का कथित तौर पर विरोध किया था. उन पर ये भी आरोप लगे थे कि उन्होंने कंपनी के कर्मचारियों के फेसबुक ग्रुप पर कई साल तक भारतीय जनता पार्टी के सपोर्ट में मैसेज भी पोस्ट किये. इस विवाद के बाद महज करीब ढाई महीने बाद पद से इस्तीफा दिया है.

मानवाधिकार सहित कई संगठनों ने फेसबुक से दास को तब तक छुट्टी पर भेजने को कहा था, जब तक कंपनी अपने भारतीय ऑपेरशन के ऑडिट का काम पूरा नहीं कर लेती है. मोहन ने कहा कि वह पिछले दो साल से मेरी टीम का हिस्सा थी. उन्हें जो भूमिका दी गई थी, उन्होंने बहुत ही बढ़िया काम किया. हम उनकी सेवा के आभारी हैं और उन्हें भविष्य के लिये शुभकामनाएं देते हैं.

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फेसबुक ने हालांकि उनके इस्तीफे को विवादस्पद मामले से नहीं जोड़ा है. लेकिन कहा है कि कंपनी में मंगलवार उनका आखिरी दिन था. दास को लेकर विवाद 15 अगस्त को वाल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के बाद शुरू हुआ. रिपोर्ट में उन पर आरोप लगाया गया कि अंखी दास ने भाजपा अैर दूसरे संगठनों से जुड़े नेताओं के नफरत फैलाने वाली टिप्पणियों के खिलाफ एक्शन को बाधित किया.