Edible Oil prices: खाने का तेल और दालों की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार गंभीर है और इसे कम करने के लिए कई तरह के कदम उठाए गए हैं. सरकार ने कहा है कि Edible Oil के दाम में अब थोड़ी कमी आ रही है. वहीं Covid-19 की वजह से भी इसके डिमांड में 15 से 20 फीसदी की कमी आई है.

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खाने का तेल, दालें हो सकती हैं सस्ती (Edible oil, pulses can be cheaper)

लोग कोरोना की दूसरी लहर के साथ कई चीजों की बढ़ती कीमतों से भी परेशान हैं. इनमें सबसे अहम है खाने का तेल और दालें. वहीं सरकार ने इसकी कीमतें कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं. खाद्य उपभोक्ता मामलों (Food Comsumer Affairs) के सचिव के मुताबिक इनके दाम थोड़े कम हो रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इनकी कीमतें कम हो रही हैं, वहीं इस साल दिसंबर तक इसमें कमी बने रहने के आसार हैं. 

मांग में भी आई कमी (Decrease in demand)

राहत की बात यह भी है कि इनका मार्केट सरप्लस प्रोडक्शन हुआ है. कोरोना की वजह से खाने के तेल के डिमांड में 15 से 20 फीसदी की कमी दर्ज की गई है. तेल के दाम न सिर्फ थोड़े कम हो रहे हैं. वहीं खाद्य उपभोक्ता मामलों के सचिव ने बताया कि हर हफ्ते एसेंशियल कमोडिटीज को लेकर Inter ministerial कमेटी की बैठक भी होती है. पोर्ट पर खाने का तेल और दाल को लेकर दिक्कत आ रही थी. इसे लेकर भी सरकार ने नीति बनाई है. 

5 दिन में कस्टम क्लीयरेंस (Custom Clearance in 5 days)

इस नीति के तहत चाहे कस्टम क्लीयरेंस हो या डॉक्यूमेंट सभी तरह के क्लीयरेंस 5 दिन के अंदर मिल रहे हैं. मंडियों को भी खुलवाया गया जिससे डिमांड के मुताबिक सप्लाई की जा सके.  इन कोशिशों के जरिए सरकार इनकी कीमतों पर काबू रखने की कोशिश कर रही है.वहीं बुधवार को भी एसेंशियल कमोडिटीज को लेकर Inter ministerial कमेटी की बैठक हुई थी. 

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