Ponzi scheme News: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कहा कि उसने हिसार स्थित कंपनी फ्यूचर मेकर्स लाइफकेयर प्राइवेट लिमिटेड (Future Makers Lifecare Private Limited) से संबंधित एजेंट और अन्य के बैंक बैलेंस, जमीन, फ्लैट, दुकानों और आभूषणों के रूप में 81.7 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्तियों को कुर्क किया है. न्यूज एजेंसी IANS की खबर के मुताबिक, आरोपी पोंजी स्कीम (ponzi scheme) चला रहे थे और मासूम लोगों से कई सौ करोड़ रुपये की ठगी कर चुके थे.

हरियाणा-तेलंगाना में FIR के आधार पर ED का एक्शन

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खबर के मुताबिक, ईडी ने हरियाणा (HARYANA) और तेलंगाना (Telangana) में दर्ज सात एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering) की जांच शुरू की. ईडी ने कहा कि कंपनी पोंजी स्कीम चलाती थी, जिसमें बड़े लेवल पर मौजूद लोगों को आधार पर मौजूद व्यक्तियों द्वारा वहन किए गए नुकसान की कीमत पर लाभ होता था.

प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की जांच से पता चला है कि बत्रा, जो कंपनी के सॉफ्टवेयर की देखरेख करते थे, ने फर्जी आईडी बनाकर कंपनी के खातों से 59.7 करोड़ रुपये से ज्यादा के फंड को डायवर्ट किया और अपने परिवार के सदस्यों और करीबी सहयोगियों के व्यक्तिगत बैंक खातों में डाला.

शेल कंपनियों के जरिए 

ईडी (Enforcement Directorate) के एक अधिकारी ने कहा कि डायवर्ट किए गए धन (ponzi scheme News) का एक बड़ा हिस्सा कई शेल कंपनियों के जरिए लॉन्ड्र किया गया, जिन्होंने बदले में कई संपत्तियां खरीदीं और उन्हें कुर्क (ED attaches assets news) किया गया है.

बत्रा को 10 मार्च को गिरफ्तार किया गया था और 7 मई को पंचकूला की एक विशेष अदालत के समक्ष उसके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था. इससे पहले, कंपनी और उसके निदेशकों राधेश्याम, बंसीलाल और अन्य की 261.9 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई थी.

धोखे से कराया गया एक निवेश स्कैम है Ponzi scheme

पोंजी स्कीम (Ponzi Scheme) एक धोखे से कराया गया एक निवेश स्कैम है. इसमें धोखेबाज निवेशकों को कम रिस्क पर हाई रिटर्न का वादा किया जाता है. पोंजी स्कीम बाद के निवेशकों से लिए गए धन से, पहले के निवेशकों के लिए रिटर्न जेनरेट करता है. 

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