Cyber Swachhta Kendra PIB Fact Check: भारत समेत पूरी दुनिया में साइबर अपराध (Cyber Fraud) के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. साइबर फ्रॉड के जरिए अपराधी लोगों को करोड़ो रुपए का चुना लगा रहे हैं. आजकल तरह-तरह की लॉटरी और स्कीम (Lottery Fraud) के जरिए ग्राहकों को फसाने के लिए मैसेज भेजा जाता है. इसके बाद लोग अपने डीटेल्स (Personal Details) और बैंक की जानकारी (Bank Details) दे देते हैं. इसके बाद उनके खाते को आसानी से खाली कर दिया जाता है. 

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ऐसे में सोशल मीडिया में यह दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने इस तरह के अपराधों पर लगाम लगाने के लिए साइबर स्वच्छता केंद्र को लॉन्च किया है. इसके जरिए भारत सरकार देश में नेटवर्क पर मैलवेयर (Malware) के जाल को खत्म करने का प्रयास कर रही है. आइए जानते हैं कि क्या यह खबर सच है या नहीं. इस वायरल खबर में किए जा रहे दावे में कितनी सच्चाई है.

PIB ने ट्वीट करके दी जानकारी

PIB ने इस मामले पर फैक्ट चेक (PIB Fact Check) कर ट्वीट पर जानकारी दी है. इस ट्वीट में साइबर स्वच्छता केंद्र के बारे में पड़ताल की गई है. इस पड़ताल में पाया गया है कि यह वायरल खबर पूरी तरह से सही है. भारत सरकार ने साइबर स्वच्छता केंद्र नाम से एक योजना लॉन्च की है जिसके जरिये सरकार इंटरनेट नेटवर्क (Internet Network) पर मैलवेयर को कंट्रोल कर सकें. इस कदम को सरकार ने डिजिटल इंडिया (Digital India) के प्रोग्राम के अंडर लॉन्च किया हैं. इसके जरिए सरकार देश में साइबर सिक्योरिटी (Cyber Security) पर काम कर रही है. 

 

 

Cyber Fraud से बचने का तरीका

अपने आप को हर तरह से साइबर अपराध से सुरक्षित रखने के लिए आप अपनी पर्सनल डीटेल्स को शेयर करने से बचें. किसी तरह के ऑफर के लिंक पर क्लिक करने से पहले उसे वेरीफाई कर लें. वेरीफाई करने के लिए कंपनी या योजना की ऑफिसियल वेबसाइट को चेक कर लें. किसी भी तरह के साइबर अपराध होने पर पुलिस को तुरंत संपर्क करें. इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि कोई भी बैंक कर्मचारी या टेलीकॉम कंपनी (Telecom Company) आपसे फोन पर e-KYC को पूरा करने के लिए नहीं कहती है.

 

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