दिल्‍ली-NCR के बाशिंदों के लिए बुधवार का दिन सबसे ज्‍यादा एयर पॉल्‍यूशन वाला साबित हो सकता है. क्‍योंकि पंजाब हरियाणा में पिछले 24 घंटों के दौरान पराली जलाने की घटनाओं में ज़बरदस्त बढ़ोतरी हुई है. इससे दिल्‍ली में पॉल्‍यूशन का स्‍तर काफी बढ़ने की आशंका है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मास्‍क ही सहारा

जानकारों की राय में पॉल्‍यूशन से बचने का उपाय मास्‍क है. क्‍योंकि कल से दिवाली की छुट्टी भी खत्‍म हो रही है और स्‍कूल-कॉलेज के साथ दफ्तर खुल जाएंगे. ऐसे में लोग बड़ी संख्‍या में दफ्तरों और स्‍कूल-कॉलेज के लिए घर से निकलेंगे. उन्‍हें ऐसी आबोहवा से बचने के लिए मास्‍क का इस्‍तेमाल करना चाहिए.

नासा ने भेजीं तस्‍वीरें

दिल्ली सरकार ने नासा की ताज़ा तस्वीरें जारी की हैं, जिनमें बताया गया है कि पिछले 24 घंटों के दौरान पंजाब और हरियाणा में पराली जलने की घटनाएं 1654 से बढ़कर 2577 पहुंच गई हैं. सिरदर्दी की बात यह है कि यह AIR पॉल्‍यूशन तेजी से दिल्‍ली-NCR की आबोहवा को अपने गिरफ्त में ले रहा है.

हवा हुई पॉल्‍यूटेड

SAFAR की तरफ से जारी रिपोर्ट बताती है कि हवा के बहने की दिशा दिल्ली की तरफ है. इसलिए राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण बढ़ रहा है. पराली की वजह से होने वाला प्रदूषण बुधवार को चरम पर पहुंच सकता है. 

दिल्‍ली में प्रदूषण बढ़ा

सफर की मानें तो 1 नवंबर को हवा की दिशा बदल सकती है, जिससे प्रदूषण में कमी आ सकती है. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की तरफ से जारी रिपोर्ट में कहा गया था कि दिल्ली में इस बार दिवाली के मौके पर पिछले साल मुकाबले कम पटाखे जलाए गए. लेकिन दिल्ली का प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है.

गाजियाबाद सबसे पॉल्‍यूटेड

CPCB की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटो के दौरान दिल्ली का औसत AQI 400 है. जबकि गाज़ियाबाद पिछले 24 घंटों के दौरान देश का सबसे ज़्यादा प्रदूषित शहर है, जहां औसत AQI 446 रहा. इसी तरह नोएडा का AQI 439, ग्रेटर नोएडा का AQI 428, मुरादाबाद का AQI 424 और पानीपत का AQI 415 है.