Dadasaheb Phalke Award 2021: केंद्र सरकार ने दक्षिण फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत (Rajinikanth) को 51वां दादा साहब फाल्के अवार्ड  देने का ऐलान कर दिया है. दादा साहब फाल्के सम्मान को फिल्मी दुनिया का सबसे बड़ा सम्मान माना जाता है. केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने गुरुवार को रजनीकांत को ये सम्मान देने का ऐलान किया है.  कोरोना वायरस महामारी के चलते इस साल दादा साहेब फाल्के पुरस्कारों का ऐलान देरी से हुआ है. पिछले सप्ताह ही राष्ट्रीय पुरस्कारों की का ऐलान भी किया गया था. 

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केंद्रीय मंत्री पकाश जावड़ेकर ने ट्वीट करके दी ये जानकारी (Prakash Javadekar) 

सुपरस्टार रजनीकांत (Rajinikanth) को 51वां दादा साहब फाल्के अवार्ड  देने का ऐलान  करते हुए केंद्रीय मंत्री पकाश जावड़ेकर ने ट्वीट करते हुए कहा कि - 'भारतीय सिनेमा के इतिहास के सबसे महान अभिनेताओं में से एक के लिए दादासाहेब फाल्के पुरस्कार 2019 की घोषणा करने पर बहुत खुश हूं. अभिनेता, निर्माता और पटकथा लेखक के रूप में उनका (रजनीकांत) योगदान प्रतिष्ठित रहा है. मैं ज्यूरी आशा भोसले, सुभाष घई, मोहनलाल, शंकर और बिस्वास चटर्जी का शुक्रिया अदा करता हूं.'

एक्टिंग के दम पर बनाई पहचान (Made an identity on the basis of acting)

रजनीकांत ने अपनी एक्टिंग के दम पर सिनेमा जगत और लोगों के दिल में अलग ही जगह बनाई हुई है. उनके स्टाइल जैसे सिगरेट को फ्लिप करने का अंदाज, सिक्का उछालने का तरीका और चश्मा पहन्ने ता तरीका बहुत से लोग कॉपी करने की कोशिश करते हैं. देश ही नहीं विदेशों में भी रजनीकांत के स्टाइल की कॉपी की गई.

रजनीकांत का असली नाम शिवाजी है (Rajinikanth's real name is Shivaji)

दक्षिण फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत (Rajinikanth) का असली नाम शिवाजी है. रजनीकांत का जन्म 12 दिसंबर 1950 को बेंगलुरू में एक मराठी परिवार में हुआ था. रजनीकांत ने अपनी मेहनत और कड़े संघर्ष की बदौलत टॉलीवुड में ही नहीं बॉलीवुड में भी काफी नाम कमाया. साउथ में तो रजनीकांत को थलाइवा और भगवान कहा जाता है. राव गायकवाड़ है. रजनीकांत ने 25 साल की उम्र में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की. उनकी पहली तमिल फिल्म ‘अपूर्वा रागनगाल’ थी. इस फिल्म में उनके साथ कमल हासन और श्रीविद्या भी थीं. 1975 से 1977 के बीच उन्होंने ज्यादातर फिल्मों में कमल हासन के साथ विलेन की भूमिका ही की. लीड रोल में उनकी पहली तमिल फिल्म 1978 में ‘भैरवी’ आई. ये फिल्म काफी हिट रही और रजनीकांत स्टार बन गए.

 

रजनीकांत को मिले ये सम्मान (Rajinikanth received this honor)

रजनीकांत को 2014 में 6 तमिलनाड़ु स्टेट फिल्म अवॉर्ड्स से सम्मानित किया जा चुका है. इनमें से 4 सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और 2 स्पेशल अवॉर्ड्स फॉर बेस्ट एक्टर के लिए दिए गए थे. उन्हें साल 2000 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था. 2014 में 45वें इंटरनेश्नल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में रजनीकांत को सेंटेनरी अवॉर्ड फॉर इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर से भी सम्मानित किया गया था.

राजनीति में आने से किया इनकार (Refused to enter politics)

पिछले कुछ दिनों में चर्चा काफी तेजी थी कि रजनीकांत तमिलनाडु की चुनावी राजनीति में भी कदम रखने वाले हैं, लेकिन बीते साल दिसंबर में उन्होंने ऐलान किया कि वे चुनावी राजनीति से बाहर ही रहेंगे. साल 2018 में यह पुरस्कार सदी के महानायक अमिताभ बच्चन और साल 2017 में भूतपूर्व बीजेपी नेता और अभिनेता विनोद खन्ना को दिया गया था.

 

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