Children Vaccination: देश में 3 जनवरी से 15-18 साल के बच्‍चों के कोविड19 वैक्‍सीनेशन की शुरुआत कोवैक्‍सीन (Covaxin) के साथ होगी. इसके लिए 1 जनवरी से CoWin पोर्टल पर रजिस्‍ट्रेशन शुरू किया जाएगा. बच्‍चों के वैक्‍सीनेशन के साथ-साथ मेडिकल स्टाफ और फ्रंटलाइन वर्कर्स को तीसरी डोज (बूस्‍टर डोज) 10 जनवरी से दी जाएगी. पीएम नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर को यह एलान किया था. बच्‍चों के लिए वैक्‍सीन की डोज का अंतर 28 दिन होगा.

छात्र पहचान पत्र होगा दसवीं ID

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15-18 एज ग्रुप के किशोर वैक्‍सीनेशन के लिए 1 जनवरी से कोविन पोर्टल या ऐप के जरिए रजिस्‍ट्रेशन करा सकते हैं. सरकार ने इसके लिए छात्र पहचान पत्र को दसवीं ID के तौर पर शामिल करने का फैसला किया है. बच्चों के वैक्सीनेशन (children vaccination) के लिए फिलहाल Covaxin ही लगाई जाएगी. दोनों डोज के बीच 28 दिन का अन्तराल होगा.  बता दें, भारत की 61 फीसदी से अधिक वयस्क आबादी को वैक्‍सीन की दोनों डोज लग चुकी है. वहीं, करीब 90 फीसदी वयस्क आबादी को पहली डोज मिल चुकी है.

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Precautionary Dose के लिए कराना होगा रजिस्‍ट्रेशन

केंद्र सरकार 10 जनवरी से बूस्‍टर डोज की भी शुरुआत कर रही है. वैक्‍सीन की तीसरी डोज पहले मेडिकल स्टाफ और फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी जाएगी. फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोरोना वारियर्स को इसके लिए CoWin पर रजिस्ट्रेशन करना होगा. Precautionary Dose के तौर पर पुरानी वैक्सीन ही लगेगी. ये डोज भी मुफ्त लगाई जाएगी. 

बुजुर्गों को देना होगा Comordibities सर्टिफिकेट

फ्रंटलाइन वैरियर्स के अलावा 60 साल से अधिक उम्र के और अन्य गंभीर बीमारी वाले नागरिकों को भी उनके डॉक्टर की सलाह पर वैक्‍सीन की तीसरी डोज दी जाएगी. इनके लिएए भी नए साल में रजिस्ट्रेशन शुरू होगा. पिछली बार की तरह ही प्रक्रिया होगी. दूसरी डोज और तीसरी डोज के बीच 9 महीने का अन्तर हो सकता है. इसका मतलब कि अगर आप 60 साल के हैं और दोनों डोज ले चूके हैं तो दूसरी डोज और जिस दिन आप रजिस्टर कर रहे हैं उसके बीच का अंतर 9 महीने (39 सप्ताह) से ज्‍यादा होना चाहिए. रजिस्ट्रेशन के साथ ही Comordibities सर्टिफिकेट देना होगा. इसके लिए CoWin पोर्टल पर ऑप्शन होगा. 

पीएम मोदी ने किया था एलान 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार रात राष्ट्र के नाम एक संबोधन में 15-18 उम्र के बच्‍चों के वैक्‍सीनेशन के साथ-साथ मेडिकल स्टाफ और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए बूस्टर डोज का एलान किया था. बूस्टर डोज को वैक्‍सीनेशन (vaccination) के लिए वैक्सीन की तीसरी डोज के रूप में देखा जा रहा है लेकिन पीएम मोदी ने 'बूस्टर डोज' की जगह इसे प्रीकॉशन डोज कहा है.  सरकार की तरफ से तीसरी डोज का फैसला कोरोना वायरस के Omicron वैरिएंट से जुड़े कोविड मामले बढ़ने के बीच आया है.