Covid-19 update: देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को सुबह 8 बजे जारी बुलेटिन के मुताबिक, देश में 24 घंटे में कोरोना के 605 नए मरीज सामने आए है. इस संक्रमण से  4 मरीजों की मौत हो चुकी है.

संक्रमण से 4 मरीजों की मौत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटे में देश में कोविड-19 (Covid19) के 605 नए मामले सामने आए हैं. साथ ही 4 संक्रमितों की मौत भी हुई है. मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, कोविड संक्रमण से मरने वालों में केरल से दो मरीज और कर्नाटक और त्रिपुरा से एक-एक मरीज थे. सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में चार नई मौतों के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,33,396 हो गई है. इन राज्यों में हुई 24 घंटे में कोरोना से मौत केरल से दो, कर्नाटक और त्रिपुरा में बीमारी से एक-एक मरीज ठीक हुए है. इससे कोविड से ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 4,44,81,341 हो गई है, जो रविवार सुबह से 648 अधिक है. केरल में क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) से पीड़ित 70 वर्षीय पुरुष और टी2डीएम और एचटीएन से पीड़ित 81 वर्षीय पुरुष की मौत हो गई और कर्नाटक में सीए और टीबी से पीड़ित 48 वर्षीय एक पुरुष की मौत हो गई है. त्रिपुरा में भी एक व्यक्ति की मौत कोविड से हुई है. ठंड शुरू होते ही मामले बढ़े इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने बताया कि 7 जनवरी तक देश में वैक्सीन की 11,838 खुराक दी जा चुकी हैं.  डेटा 4 जनवरी को सुबह 8 बजे एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र), मीडिया बुलेटिन और विभिन्न राज्यों की वेबसाइटों पर जारी किया गया है. जैसे ही सर्दियां शुरू होती हैं, स्वास्थ्य विशेषज्ञ वायरल संक्रमण, इन्फ्लूएंजा और सीओवीआईडी ​​​​-19 मामलों में अचानक वृद्धि होने लगती है. हवा में नमी बढ़ने से बढ़ता है संक्रमण इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. निखिल मोदी ने बताया कि गिरते तापमान से हवा में नमी बढ़ जाती है, हवा की गति कम हो जाती है और प्रदूषण में वृद्धि होती है, जिसके कारण कई तरह के संक्रमण जन्म लेते हैं. डॉ. मोदी ने महीने की शुरुआत में कहा था, "गिरते तापमान के कारण कोहरा होता है, जो प्रदूषण के साथ मिलकर धुंध बनाता है. इस वायुमंडलीय स्थिति के परिणाम स्वरूप विभिन्न प्रकार के संक्रमण हो सकते हैं और कई लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है. इस बीच, केंद्र और राज्य दोनों सरकारें नए ओमीक्रॉन सब वेरिएंट जेएन.1 पर कड़ी नजर रख रही हैं.