Covid-19 Deaths: देशभर में कोरोना के मामलों में अप्रैल महीने में लगातार तेजी दर्ज हो रही है. धीरे-धीरे एक बार मरने वाले मरीजों की संख्या भी ऊपर जाने लगी है. राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना से भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ गई है. पिछले 3 हफ्तों में एडमिट होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. आमतौर पर प्राइवेट अस्पताल में एडमिशन लेने के लिए मरीज को केवल पैसे खर्च करने होते हैं. लेकिन हो सकता है कि इन दिनों आपको दिल्ली के किसी बड़े प्राइवेट अस्पताल में ढूंढने पर भी बेड ना मिले. इसकी बड़ी वजह कोरोनावायरस है. कोरोनावायरस के हल्के लक्षणों के बाद अब ऐसे मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ रही है. पिछले कुछ दिनों से भारत में  कोरोना से होने वाली कुल मौतों में पहला नंबर दिल्ली का है. 

तीन हफ्तों में उछली मरीजों की संख्या

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दिल्ली में मैक्स ग्रुप के 5 अस्पताल हैं - सभी में कुल मिलाकर कोरोनावायरस पॉजिटिव 40 मरीज भर्ती हैं. तीन हफ्ते पहले यहां एक भी मरीज कोरोना की वजह से एडमिट नहीं था. ये नंबर ये बता रहे हैं कि दिल्ली में कोरोनावायरस गंभीर स्तर पर फैला है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक दिल्ली में इस समय कोरोनावायरस लगभग पीक पर पहुंच चुका है. अगर 15-20 दिन में मामले कम हो जाने चाहिए.

दूसरे अस्पतालों में रेफर कर रहे हैं डॉक्टर

दिल्ली के बड़े कारपोरेट अस्पतालों मैक्स, फोर्टिस और गंगाराम में बेड्स लगभग फुल हैं. हालांकि उसकी वजह सिर्फ कोरोनावायरस नहीं है. लेकिन कई प्राइवेट अस्पताल कोरोना मरीजों को एडमिट करने की जगह दूसरे अस्पताल के लिए रेफर कर रहे हैं क्योंकि प्रबंधन के मुताबिक कोरोनामरीज को एडमिट करने के लिए एक विंग को आइसोलेट करना पड़ता है. स्टाफ और बाकी सारी व्यवस्थाएं अलग करनी पड़ती हैं. ऐसे में कई कोरोना मरीजों को भर्ती होने के लिए बेड ढूंढने में दिक्कतों का सामना भी करना पड़ सकता है.  

दिल्ली में दर्ज हो रही सबसे ज्यादा मौतें

26 अप्रैल- भारत में बीते 24 घंटे में 19 मौतें दर्ज हुईं, इनमें सबसे अधिक 6 मौतें दिल्ली से दर्ज हुई हैं. 

25 अप्रैल- दिल्ली में 3 मौतें दर्ज हुई. 

24 अप्रैल- दिल्ली में दो मौतें दर्ज हुईं. 

23 अप्रैल- पूरे भारत में 22 लोगों की मौत, इसमें से दिल्ली में सबसे अधिक 6 मौतें

22 अप्रैल- 40 मौतें - दिल्ली में सबसे अधिक 6 मौतें दर्ज 

नोएडा के बड़े अस्पताल में भी फुल हुए बेड

नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए 236 बेड्स हैं - इस समय सभी बेड्स फुल हैं.  ओपीडी में मरीजों की भीड़ लगी है. इसमें साधारण बुखार से लेकर कोरोनावायरस की बीमारी के शक के साथ आने वाले मरीजों की संख्या भी अच्छी खासी है. डॉक्टरों के मुताबिक, ये भीड़ बता रही है कि बीते कुछ हफ्तों में कोरोनावायरस का प्रकोप बढ़ रहा है. भारत में कोरोना मरीजों के जो आंकड़े जारी किये जाते हैं वो लैब टेस्ट के आधार पर जारी होते हैं. घर पर टेस्टिंग किट के साथ टेस्ट करने वालों की संख्या इसमें शामिल नहीं है. अगर उसे भी जोड़ दिया जाए तो असल में कोरोना मरीजों की संख्या कहीं ज्यादा हो सकती है.

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