Elder Line: देश में सीनियर सिटीजन की सहायता के लिए एक हेल्पलाइन-14567 की शुरुआत हो चुकी है. पूरे देश में इस टोल फ्री हेल्पलाइन से बुजुर्ग नागरिकों की समस्या को सुलझाने का काम किया जाएगा. इस 'एल्डर लाइन' की सहायता से बुजुर्गों की पेंशन, कानूनी मुद्दों पर मुफ्त जानकारी और मार्गदर्शन प्रदान किया जा सकता. यही नहीं यह भावनात्मक रूप से मदद करते हुए उनके साथ हो रहे दुर्व्यवहार के मामलों में भी हेल्प करेगा. 

क्या है एल्डर लाइन का मकसद

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एल्डर लाइन का मकसद सभी वरिष्ठ नागरिकों और उनकी भलाई चाहने वालों को पूरे देश में एक मंच के साथ जोड़ना है, जिससे वे बिना किसी हिचक और परेशानी के अपनी चिंताओं को साझा कर सकें. इसकी मदद से सीनियर सिटीजन उन समस्याओं के बारे में जानकारी और मार्गदर्शन पा सकेंगे, जिनका सामना वे रोजाना करते हैं.

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टाटा ट्रस्ट ने शुरू की थी हेल्पलाइन

आपको बता दें कि देश में इस हेल्पलाइन की शुरुआत सबसे पहले टाटा ट्रस्ट द्वारा किया गया है. यह साल 2017 में  तेलंगाना सरकार की मदद से शुरू किया गया है. इसमें हैदराबाद की विजयवाहिनी चैरिटेबल फाउंडेशन ने भी अपना सहयोग दिया है. इस हेल्पलाइन की तेलंगाना में सफलता को देखते हुए अब इसे देश के 17 राज्यों में शुरू किया जा रहा है. पिछले 4 महीनों में इस हेल्पलाइन पर 2 लाख से ज्यादा कॉल मिले हैं और 30,000 से ज्यादा सीनियर सिटीजन की मदद की गई है. इसमें 23 फीसदी लोगों की शिकायत पेंशन से जुड़ी हैं.

20 फीसदी होगी सीनियर सिटीजन की आबादी

एक आंकड़े के मुताबिक देश में 2050 तक बुजुर्गों की आबादी 20 प्रतिशत तक हो जाएगी. इस आयु वर्ग के लोगों में कई तरह की परेशानियां देखी गई है. इसमें शारीरिक परेशानी से लेकर मानसिक, भावनात्मक और कानूनी परेशानियां शामिल है. इस हेल्पलाइन के जरिए कोरोना महामारी के इस दौर में सीनियर सिटीजन को बेहतर मदद देने का लक्ष्य रखा गया है.