इमिग्रेशन को लेकर काफी उदार देश कनाडा में इंडियन डायस्पोरा काफी बड़ा है. बस इंडियन ही नहीं, पिछले कुछ सालों में कनाडा फॉरेन वर्कर्स को लेकर और खुला है. कोविड-19 के बाद से यहां विदेशी कामगारों सहित स्टूडेंट्स को लेकर भी काफी लीनिएंट पॉलिसी बनाने पर जोर दिया जा रहा है. कनाडा में परमानेंट रेजिडेंसी को लेकर नई योजना इसी दिशा में एक बड़ा कदम है. बुधवार को कनाडा के इमिग्रेशन मिनिस्टर ने इसे लेकर एक नया प्लान पेश किया है. अगर आप भी पढ़ाई या नौकरी के लिए हमेशा से कनाडा जाना चाहते रहे हैं या कनाडा आपके ऑप्शंस में है तो यह आपके लिए गुड न्यूज हो सकती है.

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कनाडा के इमिग्रेशन मिनिस्टर सॉन फ्रेज़र ने एक प्लान पेश किया है. इस प्लान को पहले लिबरल पार्टी के सांसद रणदीप सराय ने मई में प्राइवेट मेंबर मोशन-M44 के तौर पर प्रस्ताव पेश किया था. इसके तहत प्रस्ताव था कि विदेशी वर्कर्स और स्टूडेंट्स को परमानेंट रेजीडेंसी देने का ऑप्शन भी शुरू किया जाए. फ्रेज़र ने कहा है कि चूंकि कनाडा की इकोनॉमी मे विदेशी वर्कर्स की बड़ी भूमिका है, वो अलग-अलग एजुकेशनल बैकग्राउंड और स्किल सेट के साथ आते हैं, ऐसे में देश उनके लिए परमानेंट रेजिडेंसी के रास्ते तैयार करना चाहता है.

क्या है यह प्लान, कैसे काम करेगा?

रणदीप सराय की ओर से शेयर किए गए डॉक्यूमेंट में बताया गया है कि कनाडा इस प्रस्ताव के लिए “Five Pillar Approach" अपनाएगा. इसके तहत अगले दो सालों में परमानेंट लेबर की सप्लाई बढ़ाने पर काम किया जाएगा. यानी कि अगले दो सालों में कनाडा मूव करने के लिए अच्छा वक्त हो सकता है. वहीं, जो टेंपररी तौर पर वहां काम कर रहे हैं, उनके लिए भी परमानेंट रेजिडेंसी का रास्ता आसान होगा.

कनाडा एक्सप्रेस एंट्री सिस्टम में बड़े बदलाव लाएगा. इसके तहत इमिग्रेशन में सेलेक्शन के प्रोसेस में और ढील दी जाएगी. इसके अलावा डिमांड में रहने वाले प्रोफेशन वालों के लिए इमिग्रेशन को और आसान बनाया जाएगा. एग्री-फूड इंडस्ट्री, होम केयर जैसे प्रोफेशन के लोगों के लिए चलाए जा रहे पायल प्रोग्राम्स को और बेहतर किया जाएगा, ताकि परमानेंट रेजिडेंसी के लिए स्मूद ट्रांजिशन हो सके.

इतना ही नहीं देश के अलग-अलग प्रांतों और क्षेत्रों को यह आजादी रहेगी कि वो अपनी मार्केट की जरूरतों के हिसाब से अपने इमिग्रेशन स्ट्रीम में बदलाव कर सकें. कनाडा परमानेंट रेजिडेंसी के लिए प्रोसेस जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी शुरू हो जाए और इमिग्रेशन प्रोसेस फास्ट और आसान हो सके, इसके लिए टेक्निकल इंप्रूवमेंट पर भी काम कर रहा है. 

कुल मिलाकर कहें तो अगले एक-दो सालों में कनाडा आपके विदेश में पढ़ाई करने, नौकरी करने या बसने के सपने को सच में बदल सकता है.