Buying home in festival season: भला कौन नहीं चाहता कि उसका अपना घर (home) हो. कई बार महंगे होम लोन (home loan) के चलते लोग घर खरीदने से लोग चूक जाते हैं. लेकिन, इस बार आपके पास घर खरीदने का मौका भी है और फेस्टिव सीजन में आकर्षक ऑफर और 6.5 से 7 प्रतिशत के बीच की ब्याज दर पर सस्ते होम लोन जैसी वजह भी. तमाम बैंक और फाइनेंस कंपनियां लोन प्रोसेसिंग फीस में छूट भी दे रही हैं. 

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तीन महीने होंगे बेहद खास

बैंक ऑफ इंडिया (BOI) के एमडी और सीईओ ए के दास कहते हैं कि हमने हाउसिंग लोन में 0.35 प्रतिशत की कमी की है. उन्होंने कहा कि लोन स्टैंडर्ड में किसी तरह का समझौता नहीं होगा. मुझे उम्मीद है कि 18 अक्टूबर से 31 दिसंबर के बीच फेस्विट सीजन के तीन महीने के लिए जो हमने स्पेशल डिस्काउंट दिया है, उसमें हमें अच्छी सफलता मिलेगी. 

घर खरीदने को लेकर लोगों में रुझान तेजी से बढ़ा

इतना ही नहीं कई राज्य सरकारें भी घर खरीदारों को स्टाम्प ड्यूटी (stamp duty) और सर्किल रेट (circle rate) में छूट दे रही है. एक और बड़ी वजह है कि जो लोग कोरोना के कारण बंदिशों के चलते घर नहीं खरीद सके थे, वह अब प्रॉपर्टी मार्केट में निवेश करने को लेकर तैयार हैं. एक सर्वे के मुताबिक, घर खरीदने को लेकर लोगों में रुझान तेजी से बढ़ा है. अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली, एनसीआर, मुंबई और पुणे में भी पिछले साल की जुलाई-सितंबर तिमाही के मुकाबले इस साल समान तिमाही में घरों की बिक्री 59 प्रतिशत बढ़ी है.

सबसे ज्यादा रुझान हैदराबाद और चेन्नई में

घर खरीदने को लेकर सबसे ज्यादा रुझान हैदराबाद में 140 प्रतिशत और चेन्नई में 101 प्रतिशत देखा गया. अफोर्डेबल घरों की डिमांड में तेजी देखी जा रही है. बिल्डर्स और डेवलपर्स भी अपने अटके प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरे कर रहे हैं, ताकि घर खरीदारों की डिमांड को पूरा किया जा सके. एक सर्व के मुताबिक, देश के आठ सबसे बड़े रेसिंडेंशियल मार्केट में तेजी आई है. पिछले साल के मुकाबले इस साल घरों की बिक्री में 228 प्रतिशत का उछाल है.

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एक साल में कीमतें बहुत नहीं बढ़ीं

घर खरीदने वालों में से 33 प्रतिशत ऐसे खरीदार हैं जिन्होंने 45 से 75 लाख रुपये तक के घर खरीदे हैं. हालांकि इस दौरान प्रॉपर्टी की कीमतों में भी मामूली बढ़त है. एक साल में मुंबई में जहां प्रॉपर्टी की कीमतों में तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई तो वहीं एनसीआर में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. पूरे देश में औसतन कीमत बढ़ोतरी 5 प्रतिशत रही. यानी कीमतें बहुत नहीं बढ़ीं और यह घर लेने का बहुत सही समय है.