Budget 2022 Summary: देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार सुबह करीब 11 बजे सदन में देश का आम बजट पेश कया. इस दौरान उन्होंने कई बड़े ऐलान किए. इसके साथ ही इस बजट भाषण के दौरान डिफेंस इंपोर्ट को कम करने का लक्ष्य रखा गया है. आने वाले समय से रक्षा खरीद के लिए 65% कैपेक्स घरेलू कंपनियों के लिए होगा.

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट में रक्षा के क्षेत्र (Defense Sector) में रिसर्च के लिए 25 फीसदी का इजाफा किया है.पिछले साल आवंटित 2.33 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले रक्षा मंत्रालय को 2.39 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. मंत्रालय का रक्षा पेंशन बजट 1.19 लाख करोड़ रुपये है..रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया अभियान के तहत घरेलू उद्योगों को बढ़ावा घरेलू स्तर पर क्षमता विस्तार के लिए रक्षा क्षेत्र को बड़ी मदद की जाएगी. रक्षा क्षेत्र में रिसर्च, एआई और एसपीवी को बढ़ावा देने पर जोर मिलेगा.

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रक्षा क्षेत्र को मजबूती देने पर बल

बजट में रक्षा क्षेत्र को मजबूती देने के लिए उसके विकास और अनुसंधान पर विशेष तौर पर बल दिया गया है. कुल रक्षा खरीद बजट में से 68% को घरेलू बाजार से खरीदने पर खर्च किया जाएगा. इससे रक्षा उपकरणों के आयात पर निर्भता कम होगी. पिछले वित्त वर्ष से यह 58 फीसदी ज्यादा है. इससे रेलू रक्षा कंपनियों को फायदा होगा.

आयात बिल में भारी कमी होगी और घरेलू बाजार में रोजगार बढ़ेंगे.पिछले बजट में रक्षा क्षेत्र के आधुनिकीकरण को बढ़ावा देने के लिए पूंजीगत व्यय में 18.75 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी. वित्त वर्ष 2021-22 के लिए रक्षा क्षेत्र के बजट आवंटन को बढ़ाकर 4,78,195.62 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया गया था.

जानिए रक्षा बजट पर आई ये जरूरी बातें

- पूंजीगत बजट पिछले वित्त वर्ष के 58% से बढ़कर अब 68 फीसद कर दिया गया है.

-‘मेक इन इंडिया’ और ‘मेक फार द वर्ल्‍ड’ पर जोर देने का काम किया गया.

-रक्षा क्षेत्र को मजबूती देने के लिए विकास और अनुसंधान पर काम किया जाएगा.

-डीआरडीओ को 25 फीसद अधिक धनराशि दी जाएगी.

-घरेलू उद्योग पर निर्भरता बढ़ाई जाएगी.

-रक्षा उपकरणों के आयात पर निर्भरता को कम करने की होगी कोशिश.  

-रिसर्च और डेवलेपमेंट के लिए नए तरीके से पैसों को किया जाएगा खर्च.