कोरोना के 4.41 लाख मामलों के साथ महाराष्ट्र कोविड-19 संक्रमण की लिस्ट में सबसे ऊपर बना हुआ है. इस समय राज्य में कुल 1.48 लाख एक्टिव मामले हैं. कोरोना से 15,576 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

महाराष्ट्र की बात की जाए तो मुंबई कोरोना लिस्ट में टॉप पर बना हुआ है. हालांकि राज्य से लेकर मुंबई प्रशासन तक कोरोना के कंट्रोल के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं. मुंबई महानगर पालिका ने अभी हाल ही में चेज द वायरस (Chase the Virus) नाम से एक अभियान शुरू किया था. इस अभियान के बाद बीएमसी के बाद चेज द पेशेंट (Chase the patient) नाम की मुहिम शुरू की है. 

इस मुहिम के तहत हर एक कोरोना मरीज पर पूरी तरह से निगरानी रखी जाएगी और उसका एक रिकॉर्ड रखा जाएगा. 

महानगर पालिका के सभी 24 वार्ड में कोविड वॉर रूम बनाए गए हैं. ये वॉर रूम 24 घंटे काम करेंगे. हर रात 12 बजे कोविड मरीज़ों की एक लिस्ट जारी होती है. मुंबई के बाहर रहने वाले और जिनका नाम पहले से ही लिस्ट में दर्ज होता है उन्हें लिस्ट से हटाया जाता है. फिर जो लिस्ट बनती है उस लिस्ट में से हर एक कोविड मरीज का पता आधार कार्ड के ज़रिए कन्फर्म किया जाता है.

उसके बाद हर एक वॉर्ड को उनके मरीज़ों की लिस्ट भेजी जाती है. यहां से शुरू होता है वॉर्ड वॉर रूम का काम. मरीज से डॉक्टर का संपर्क साधा जाता है. मरीज को किस स्तर का इलाज मिलना चाहिए, यह उसकी उम्र और कोरोना लक्षण पर निर्भर करता है.

कोविड केयर सेंटर लेवल-1 में उन लोगों को भेजा जाता है जो किसी गंभीर मरीज के संपर्क में आए हैं. एसिम्टोमैटिक, हल्के और मध्यम लक्षण वाले मरीजों को घर में एकांत में रहकर इलाज करने की सलाह दी जाती है. 

अगर घर में अइसोलेशन की सुविधा नहीं है तो ऐसे लोगों को कोविड केयर सेंटर लेवल-2 में भेजने का इंतजाम किया जाता है. जिन लोगों को गंभीर लक्षण पाए जाते हैं उन्हें बीएमसी कोविड स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराने का काम करती है. सांस लेने में दिक्कत वाले मरीजों को ऐसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया जाता है जहां ऑक्सीजन और आईसीयू की सुविधा होती है. 

ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:

घर पर रह कर ही इलाज करा रहे मरीजों के लिए बीएमसी ने 30 हेल्पलाइन नंबर शुरू किए हुए हैं. ताकि मरीजों को फौरन मदद मिल सके. बीएमसी ने mcgm.gov.in वेबसाइट पर हॉस्पिटलों में बिस्तरों की डाटा किया हुआ है.