Acetic Acid to Tear Milk: पनीर (Paneer) किसे पसंद नहीं होता. भारत की रसोई हो या फिर ब्याह-शादी की दावत का जायका, पनीर के बिना अधूरा रहता है. मीठा हो या तीखा-नमकीन, पनीर हर जगह ठाठ से नजर आता है. शरीर में कैल्शियम और पौष्टिकता की पूर्ति के लिए पनीर खाने की सलाह दी जाती है.

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अगर आपको पता चले कि जिस पनीर को आप इतने जायके के साथ चटकारे लेकर खा रहे हैं, वह आपकी सेहत को फायदा पहुंचाने की बजाय नुकसान पहुंचा रहा है तो तय है कि आपका जायका खराब हो जाएगा.

दरअसल, यह बात सामने आई है कि बाजार में कुछ लोग पनीर (Paneer) या छैना मिठाई बनाने के लिए दूध फाड़ने के लिए किसी ऐसे केमिकल का इस्तेमाल करते हैं जिस पर सरकार ने रोक लगाई हुई है. 

मध्य प्रदेश में खुलासा 

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कई स्थानों पर ये मामले सामने आए हैं. इंदौर में दूध फाड़ने के लिए प्रतिबंधित रसायन के इस्तेमाल के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए एक डेयरी संस्थान के मालिक को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत गिरफ्तार किया है.  

बाणगंगा पुलिस थाने के प्रभारी राजेन्द्र सोनी ने बताया कि एनएसए के तहत प्रशासन के जारी गिरफ्तारी वारंट पर शहर के एक डेयरी संस्थान के मालिक टीकमदास थडानी को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है.

दूध फाड़ने के लिए एसिटिक एसिड (acetic acid to tear milk)

पुलिस को जानकारी मिली थी कि थडानी के पोलोग्राउंड स्थित डेयरी प्लांट में बेहद ज्यादा कॉन्संट्रेशन वाले एसिटिक एसिड (acetic acid) के इस्तेमाल से दूध को फाड़कर (tear milk) पनीर और अन्य सामान बनाए जा रहे थे.

अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) अभय बेड़ेकर ने बताया कि थडानी प्लांट के साथ ही एक अन्य डेयरी प्लांट पर भी छापा मारा गया था. दोनों प्लांटों से 99 प्रतिशत से ज्यादा कॉन्संट्रेशन वाला 70 लीटर एसिटिक एसिड जब्त किया गया था.

विशेषज्ञों के मुताबिक दूध प्रोसेसिंग ( Milk Processing Plant) में इस केमिकल का इस्तेमाल किए जाने से लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है.