आरबीआई और सरकार के बीच टकराव के सवाल पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि कांग्रेस की सरकारों ने कई बार आरबीआई गवर्नरों को निकाला है, जबकि इस समय मुद्दा सिर्फ इतना है कि आरबीआई और सरकार के बीच सभी विषयों पर खुलकर चर्चा होनी चाहिए. 

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जी न्यूज को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में आरबीआई के प्रश्न पर उन्होंने कहा, 'मूल विषय हैं कि चर्चा होनी चाहिए. हम चर्चा नहीं कर सकते हैं क्या. कोई एक्सट्रीम स्टैंड लेता है ऑटोनॉमी का, तो ये ठीक बात नहीं है.' 

जाहिर तौर पर उन्होंने संकेत दिया कि आरबीआई को सरकार की चिंताओं को भी ध्यान में रखना चाहिए. आरबीआई अपनी स्वायत्ता के नाम पर सरकार की चिंताओं को नजरअंदाज नहीं कर सकता है. उन्होंने आरबीआई पर सरकार द्वारा अनुचित दबाव डालने के आरोप को नकारते हुए कहा कि 'कांग्रेस की सरकारों ने कई बार आरबीआई गवर्नरों को निकाला है, जवाहर लाल नेहरू ने निकाला है, इंदिरा जी ने भी निकाला है. इस बात को भी ध्यान रखना चाहिए.'

एक सवाल के जवाब में बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, 'ब्रांड कई बार धोखा दे देता है, लेकिन नरेंद्र मोदी कोई ब्रांड नहीं है, बल्कि उन्होंने सवा सौ करोड़ लोगों के दिल में स्थान बनाया है.' 

कच्चे तेल की कीमतों में हाल में हुई बढ़ोतरी के बारे में अमित शाह ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार के चलते कुछ हालात बिगड़े थे, हालांकि इन परिस्थितियों से मोदी सरकार बहुत अच्छी तरह निपट रही है. 

उन्होंने कहा कि बीते दिनों इसका असर भी दिखने लगा है और अब रुपये तथा तेल दोनों ही मोर्चे पर हालात पहले जैसे हो रहे हैं. उन्होंने कहा, 'रुपये और कच्चे तेल के मामले में हालात ठीक हो रहे हैं. अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार के चलते कुछ हालात बिगड़े थे, जिससे मोदी जी की सरकार निपट रही है.'