Amar Jawan Jyoti: 50 साल से इंडिया गेट पर जल रही अमर जवान ज्योति को शुक्रवार को नेशनल वॉर मेमोरियल में मिला दिया जाएगा. Amar Jawan Jyoti का निर्माण भारतीय सैनिकों के लिए एक स्मारक के रूप में किया गया था, जो 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए थे. इस युद्ध में भारत की जीत हुई थी, जिसके बाद बंग्लादेश का निर्माण हुआ था.

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी समते कई नेताओं ने इंडिया गेट पर जल रहे अमर जवान ज्योति के अनन्त लौ को National War Memorial ले जाने का विरोध किया. 

राहुल गांधी ने किया विरोध

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा. कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं… हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएंगे!"

 

नहीं बुझाया जा रहा अमर जवान ज्योति

सरकारी सूत्रों ने शुक्रवार को कहा कि अमर जवान ज्योति को लेकर बहुत सारी गलत सूचना फैलाई जा रही है. सूत्रों ने कहा कि अमर जवान ज्योति की लौ को बुझाया नहीं जा रहा है. इसे नेशनल वॉर मेमोरियल (National War Memorial) की ज्वाला में मिला दिया जा रहा है.

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1971 के शहीदों के लिए जलती है अमर जवान ज्योति

उन्होंने कहा कि अमर जवान ज्योति की ज्वाला ने 1971 और अन्य युद्ध शहीदों को श्रद्धांजलि दी, लेकिन देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वालों का कोई नाम मौजूद नहीं था.

बयान में कहा गया कि कांग्रेस पार्टी करीब 7 दशक तक सत्ता में रही, लेकिन कभी नेशनल वॉर मेमोरियल (NWM) बनाने के बारे में कभी नहीं सोचा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में नेशनल वॉर मेमोरियल की स्थापना की. NWM का उद्घाटन फरवरी 2019 में किया गया था.