राजस्थान (Rajasthan) में कोरोना संक्रमण (coronavirus cases) के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने जांच का काम तेज कर दिया है. जांच के साथ-साथ राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) ने कोविड-19 जांच के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इन गाइड लाइन के मुताबिक, सूबे में अब कोरोना जांच के लिए आधार कार्ड (Aadhaar Card) अनिवार्य कर दिया है.

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राजस्थान में अब जो भी आदमी कोरोना की जांच की जांच कराएगा उसे जांच केंद्र में अपना आधार कार्ड नंबर दर्ज कराना अनिवार्य होगा. अगर किसी व्यक्ति के पास आधार कार्ड नहीं है तो उसे परिवार के मुखिया या अन्य किसी सदस्य का आधार कार्ड दर्ज कराना होगा. 

राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना जांच केंद्रों के लैब टेक्नीशियन (lab technician) को भी निर्देश दिए हैं कि वे सैंपल लेने के दौरान आरटी-पीसीआर ऐप (RT-PCR App) में मरीज (patient) से संबंधित तमाम जानकारियां अपलोड करनी होंगी. सभी लैब टेक्नीशियनों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे मरीज के आधार कार्ड का नंबर (Aadhaar card number) जरूर दर्ज करें. 

गाइडलाइन में यह साफ कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति अपना आधार कार्ड दर्ज नहीं कराता है तो ऐसे मामले को दर्ज ही नहीं किया जाएगा. 

क्यों लिया यह फैसला

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, राजस्थान में कुछ लोग कोरोना जांच के दौरान अपनी सही जानकारी दर्ज नहीं करा रहे हैं, जिसके चलते मामलों को ट्रैक करना मुश्किल हो रहा है और इससे सरकार अपनी रणनीति बनाने में भी परेशानी हो रही है. 

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विभाग का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति की जांच पॉजेटिव आती है तो उसके घर के आसपास इलाके को कंटेनमेंट एरिया (containment area) बनाकर हर घर और हर आदमी की जांच की जाती है, ताकि वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. लेकिन अगर उनके पास मरीज की सही जानकारी उपलब्ध नहीं होगी तो वे एहतियाती उपाय कैसे उठा सकते हैं.