Weather news: इस साल गर्मी के मौसम ने देश में मॉनसून (Monsoon) पूर्व दूसरे सबसे ज्यादा गर्म मौसम के तौर पर 2016 का रिकॉर्ड तोड़ दिया. जबकि सर्दियों का मौसम या मॉनसून बाद के मौसम में तेजी से तापमान बढ़ रहा है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, सेंटर फॉर साइंस एंड इन्वायरोंमेंट (CSE) के अर्बन लैब के लेटेस्ट विश्लेषण में यह कहा गया है. 

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दिल्ली में भू-सतह का तापमान

स्टडी के मुताबिक, दिल्ली में भू-सतह का तापमान (Ground surface temperature in Delhi) 2010 में सबसे ज्यादा रहा है और शहर में तापमान के सभी तीन पैमानों पर उम्मीद से ज्यादा तापमान दर्ज किया गया. गर्मी बढ़ने के ट्रेंड को समझने की कोशिश के तहत सीएसई ने यह विश्लेषण किया. खबर के मुताबिक, स्टडी में कहा गया है कि दिल्ली में एयर टेम्प्रेचर 2010 की तुलना में 1.77 डिग्री सेल्सियस ज्यादा गर्म (Weather in India) रहा है और भू-सतह तापमान 1.95 डिग्री सेल्सियस ज्यादा गर्म रहा है. 

तापमान बढ़ने से लोगों ने असहजता महसूस की

सीएसई के विश्लेषण में कहा गया है कि हर रोज औसत हीट इंडेक्स जून 2022 में 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया. इसमें कहा गया है कि दिल्ली में मार्च और अप्रैल का महीना आमतौर पर सामान्य रहा लेकिन मई में छिटपुट स्थानों पर बारिश की बौछार पड़ने के साथ आर्द्रता बढ़नी शुरू हो गई. हालांकि, आर्द्रता में इस बढ़ोतरी ने शहर में उष्मा सूचकांक को बढ़ा दिया जिससे संकेत मिलता है कि तापमान बढ़ने से लोगों ने असहजता महसूस की.

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सबसे ज्यादा भू-सतह तापमान

सीएसई की अध्ययन में कहा गया है कि सबसे ज्यादा भू-सतह तापमान  (Weather news) 16 मई 2020 को दर्ज किया गया जब शहर में यह 53.9 डिग्री सेल्सियस रहा. इसके बाद मई 2022 में सबसे ज्यादा भू-सतह तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पिछले वर्षों में मैक्सिमम भू -सतह तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया था. स्टडी में कहा गया है कि औद्योगिक और कृषि क्षेत्र में भू-सतह तापमान में मार्च से मई के बीच सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई. सीएसई ने कहा कि शहर में तापमान के किए गए इस विश्लेषण का मकसद बेमौसम गर्म हवाओं से जलवायु परिवर्तन पर पड़ने वाले प्रभाव को समझना है.