भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को कहा कि वायु प्रदूषण और साइक्लोन (चक्रवाती तूफान) कयार के प्रभावों के कारण दिल्ली-एनसीआर में दो दिनों तक बादल छाए रहेंगे. इस दौरान हालांकि दिल्ली-एनसीआर में न्यूनतम तापमान में गिरावट व बारिश की संभावना नहीं है. अधिकारियों के अनुसार, चक्रवाती तूफान कयार के कारण दक्षिणी भारत में भारी बारिश की उम्मीद है. 

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उधर, गुजरात से कयार तूफ़ान का ख़तरा टल गया है लेकिन आने वाले 5 दिन तूफान का असर देखने को मिल सकता है. महाराष्‍ट्र-गुजरात में भी तेज बारिश की संभावना है. फिलहाल कयार तूफ़ान ओमान और यमन की तरफ आगे बढ़ रहा है.

यहां होगी तेज बारिश

IMD के मौसम पूवार्नुमान बुलेटिन में बताया कि 6 घंटों के दौरान बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान के कमजोर होने की संभावना है. कोमोरिन क्षेत्र और समीपवर्ती हिंद महासागर में इस प्रभाव के कारण तमिलनाडु, केरल, रायलसीमा और दक्षिण कर्नाटक में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है और मंगलवार से गुरुवार तक लक्षद्वीप में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है.

धूप नहीं खिलेगी

निजी मौसम पूवार्नुमान एजेंसी स्काईमेट ने यह भी कहा कि दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार और बुधवार को अधिक व मध्यम तौर पर बादल छाए रहेंगे. स्काईमेट प्रमुख महेश पलावत ने बताया कि चक्रवाती तूफान कयार की बाहरी परिधि पर बादल दक्षिण सिंध से लेकर बलूचिस्तान, गुजरात, राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश और दिल्ली तक फैले हुए हैं. अगले दो दिनों में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में बादल छाए रहेंगे, जिसमें तेज चमक नहीं होगी."

न्‍यूनतम तापमान में गिरावट नहीं

बादलों का घनत्व धीरे-धीरे कम हो जाएगा. बादल छाए रहने व ग्रीन हाउस प्रभाव के कारण हालांकि न्यूनतम तापमान में कोई गिरावट की उम्मीद नहीं की जा सकती.