What is Amrit Kaal: वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने साल 2023-24 का  पांचवां बजट पेश कर दिया है. बजट भाषण के दौरान वित्‍त मंत्री ने कई बार अमृत काल (Amrit Kaal) शब्‍द का इस्‍तेमाल किया. वित्‍त मंत्री ने बजट भाषण को शुरु करते हुए कहा कि अमृत काल में ये पहला बजट है. करीब डेढ़ घंटे के भाषण के बीच में भी कई बार उन्‍होंने अमृतकाल शब्‍द का इस्‍तेमाल किया. आइए जानते हैं कि क्‍या है अमृतकाल और कहां से आया ये शब्‍द?

कहां से आया अमृत काल शब्‍द

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अमृत काल शब्‍द वैदिक ज्‍योतिष से लिया गया है. इसका मतलब होता है किसी भी नए काम को करने का सही समय. सही समय से मतलब है कि उस समय में किसी भी काम को करने से बड़ी उपलब्धि हासिल की जा सकती है. वैदिक ज्‍योतिष में इसका मतलब शुभ मुहूर्त से माना गया है.

पीएम मोदी ने किया था इस शब्‍द का इस्‍तेमाल

अमृत काल शब्‍द का इस्‍तेमाल सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था. साल 2021 में 75वें स्‍वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर अगले 25 वर्षों के लिए भारत के लिए एक नए रोडमैप का अनावरण करते हुए पीएम ने इस शब्द का इस्तेमाल किया था. अमृत काल शब्‍द का इस्‍तेमाल करते हुए उन्‍होंने कहा था कि अमृत काल का उद्देश्‍य भारत के नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाना और गांव-शहरों के बीच के विकास के अंतर को कम करना है. यानी आजादी के बाद के 100 सालों का लक्ष्‍य रखा गया है, जिसमें से 75 साल पूरे हो चुके हैं और अगले 25 सालों को अमृत काल की श्रेणी में रखा गया है. 

क्‍यों शुभ माना जाता है अमृत काल

अमृत के बारे में आप सभी जानते होंगे. ज्‍योतिषीय मान्‍यता के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान अमृत निकला था, जिससे किसी मृत व्‍यक्ति को भी जीवित किया जा सकता है. इस कारण से अमृत को श्रेष्‍ठ माना गया है. ज्‍योतिष के मुताबिक अमृतकाल में किसी भी कार्य को शुरू किया जा सकता है और इस शुभ समय में शुरू किया गया काम उत्‍तम फलदायी माना जाता है. उस कार्य में सफल होने की पूरी संभावना होती है. अमृत काल शब्‍द का इस्‍तेमाल करके वित्‍त मंत्री ने इस बजट को अर्थव्यवस्था को नवजीवन प्रदान करने वाला बताया है. 

 

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