सिम कार्ड, मोबाइल फोन, मैसेज से होने वाले टेलीकॉम फ्रॉड को लेकर जॉइंट कमेटी ऑफ रेगुलेटर्स की एक अहम बैठक हुई. गुरुवार को हुई इस बैठक में TRAI, SEBI, उपभोक्ता मामले, गृह मंत्रालय और RBI के सीनियर अधिकारी भी शामिल रहे. बैठक में स्पैम कॉल, टेलीकॉम इन्फ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल कर किए जाने वाले फ्रॉड पर चर्चा हुई. बैठक के दौरान ट्राई चेयरमैन ने कहा कि UCC (Unsolicited Commercial Communications) फ्रॉड की बड़ी वजह है. उन्होंने बताया कि यूसीसी की वजह से ही वित्तीय फ्रॉड में भी बढ़ोतरी हुई है. टेलीकॉम फ्रॉड को लेकर हुई इस बैठक में ट्राई ने उठाए गए कदमों की जानकारी दी.

UCC रोकने के लिए टेलीकॉम कंपनियों के साथ शेयर किया गया फ्रेमवर्क

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ट्राई ने बताया कि UCC रोकने के लिए टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों के साथ फ्रेमवर्क शेयर किया गया है. टेलीकॉम फ्रॉड पर लगाम कसने के लिए Non Compliance के नियमों को भी कड़ा किया गया है. इसके अलावा बैठक में सिम बॉक्स के गलत इस्तेमाल को रोकने के उपायों पर भी चर्चा की गई.

AI/ML आधारित सिस्टम से फिशिंग रोकने के उपायों पर हुई चर्चा

बैठक में CEIR (Central Equipment Identity Register) से मोबाइल हैंडसेट के गलत इस्तेमाल रोकने की कोशिशों पर भी बात हुई. इसके साथ ही बैठक में AI/ML (Artificial Intelligence/Machine Learning) आधारित सिस्टम से फिशिंग (Phishing) रोकने के उपायों पर भी चर्चा हुई. बैठक में ग्राहक के Digital Consent को लेकर भी अहम बातचीत हुई. इसके अलावा, मीटिंग में वॉइस कॉल्स, अनचाही कॉल्स को रोकने के लिए DLT प्लेटफॉर्म पर RegTech तकनीक का प्रयोग करने पर भी बात हुई.

जी बिजनेस ने अपने शो #OperationDMatDaka में उठाए थे मुद्दे

बताते चलें कि ज़ी बिजनस ने अपने स्पेशल शो #OperationDMatDaka में भी टेलीकॉम फ्रॉड को लेकर इन सभी मुद्दों को उठाया था. टेलीकॉम फ्रॉड को लेकर आज हुई इस बैठक में जी बिजनेस द्वारा शो में उठाए गए सभी मुद्दों पर देश की तमाम बड़ी एजेंसियों ने चर्चा की और इसे रोकने को लेकर उपायों पर बातचीत की गई.