रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को FICCI Banking Enclave में डिजिटल रुपये (Digital Rupee Launching) की लॉन्चिंग को लेकर कई अहम बातें कहीं. उद्योगों के संगठन FICCI के बैंकिंग conclave में अपने संबोधन में कहा कि "कल हमने डिजिटल रुपये की शुरुआत की. ये अपने आप मे बड़ा और ऐतिहासिक कदम है. लेकिन किसी जल्दबाजी में नहीं हैं." इस कॉन्क्लेव का थीम रखा गया था- तकनीक आधारित बैंकिंग और 5 trillion डॉलर इकोनॉमी का लक्ष्य.

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डिजिटल रुपये की लॉन्चिंग को लेकर उन्होंने कहा कि "जहां तक पूरी अर्थव्यवस्था के फंक्शनिंग की बात है यह एक मील का पत्थर साबित होगा. दुनिया में ऐसा इनीशिएटिव उठाने वाले कुछ बैंकों में आरबीआई का नाम शामिल है."

डिजिटल रुपये को लेकर आगे क्या है प्लान

गवर्नर ने बताया कि "निकट भविष्य में हम CBDC को विस्तृत तरीके से लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं. इस महीने के अंत में रिटेल सेक्टर के लिए CBDC का ट्रायल शुरू किया जाएगा. CBDC को हम फुल-स्केल तरीके से लागू करेंगे, क्योंकि हम इसे लेकर बहुत सावधानी से आगे चल रहे हैं."

बता दें कि आरबीआई ने 1 नवंबर से सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) या डिजिटल रुपये की शुरुआत की है, जो अभी पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लॉन्च किया गया है. यह अभी होलसेल सेक्टर के लिए काम करेगा. इसके बाद रिटेल सेक्टर के लिए भी लाया जाएगा.

बैंकिंग तकनीकी को लेकर आरबीआई आगे और क्या कदम उठा रही है, इसपर गवर्नर दास ने बताया कि हाल ही में किसानों के लिए ऑनलाइन KYC (Know Your Customer) की सुविधा शुरू की गई है. इसके अलावा, 

छोटे और SME (small mediaum enterprises) लोन के लिए भी एंड टू एंड डिजिटल लोन की शुरुआत अगले साल करेंगे.

मंदी के डर के बीच में भारतीय अर्थव्यवस्था पर उन्होंने कहा कि "दुनिया के अनिश्चित माहौल मे भी भारतीय अर्थव्यवस्था स्थिर है. देश में शहरी मांग लगातार कायम है FMCG की मांग भी बनी हुई है. कीमतों में स्थिरता और ग्रोथ दोनों पर साथ साथ फोकस है."

(ANI से इनपुट के साथ)

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