डिजिटलाइजेशन ने लाइफ को जितना तेज, सुविधाजनक और आरामदायक बना दिया है, उतना ही इसके कारण रिस्‍क भी बढ़ा है. इसी का नतीजा है कि आजकल निजी डाटा चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं. निजी डाटा चोरी की घटनाओं को रोकने और इसकी सुरक्षा को लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री से भी सवाल किया गया? आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इसका जवाब देते हुए कहा कि जल्‍द ही सरकार डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन बिल 2023 लेकर आ रही है.

आईटी राज्यमंत्री ने अपने लिखित जवाब में कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि भारत में इंटरनेट सुरक्षित और भरोसेमंद रहे. सरकार ने साइबर सुरक्षा स्थिति को बढ़ाने के लिए कई उपाय किए हैं. ये हैं साइबर सुरक्षा को लेकर किए गए उपाय-

  • इसके लिए एक इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (Computer Emergency Response Team- CERT-In) बनाई गई है जो इस तरह की घटनाओं के संबन्‍ध में कोऑर्डिनेट करती है और प्रभावित संगठनों को साइबर घटनाओं के बारे में सूचित करती है, साथ ही उपचारात्मक कार्रवाई भी करती है.
  • इसके अलावा CERT-In कंप्यूटर और नेटवर्क की सुरक्षा के लिए समय-समय पर अलर्ट और सुझाव जारी करता है. 
  • CERT-In सूचना प्रौद्योगिकी के बुनियादी ढांचे को सुरक्षित करने और साइबर हमलों को कम करने के लिए नियमित रूप से नेटवर्क और सिस्टम प्रशासकों और सरकार और महत्वपूर्ण क्षेत्र के संगठनों के मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है.
  • होस्टिंग से पहले, साइबर सुरक्षा और वेबसाइटों के लिए भारत सरकार के दिशानिर्देशों के पालन के संबंध में सरकारी वेबसाइटों और एप्लिकेशन का ऑडिट किया जाता है.
  • CERT-In ने सूचना सुरक्षा सर्वोत्तम प्रथाओं के कार्यान्वयन का समर्थन और ऑडिट करने के लिए 150 सुरक्षा ऑडिटिंग संगठनों को सूचीबद्ध किया है.
  • CERT-In सक्रिय खतरे के लिए संगठनों के साथ अनुकूलित अलर्ट को सक्रिय रूप से एकत्र करने, विश्लेषण करने और साझा करने के लिए एक ऑटोमेटेड साइबर थ्रेट एक्सचेंज प्लेटफॉर्म संचालित करता है.
  • CERT-In साइबर स्वच्छता केंद्र संचालित करता है जो उन प्रोग्राम्‍स की पहचान करता है जो दुर्भावना पूर्ण हैं, साथ ही उन्‍हें हटाने के लिए मुफ़्त टूल और नागरिकों और संगठनों को साइबर सिक्‍योरिटी टिप्‍स उपलब्‍ध कराता है. 
  • सरकार और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में साइबर सुरक्षा मुद्रा और संगठनों की तैयारी के आकलन को सक्षम करने के लिए साइबर सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है. अब तक इस तरह की 74 ड्रिल्‍स का आयोजन CERT-In ने किया है, जिसमें विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों के 990 संगठनों ने भाग लिया.
  • डेस्कटॉप और मोबाइल फोन को सुरक्षित रखने और फिशिंग हमलों को रोकने के लिए उपयोगकर्ताओं के लिए सिक्‍योरिटी टिप्‍स पब्लिश की जाती है.
  • CERTIN  ने 7 फरवरी 2023 को सुरक्षित इंटरनेट दिवस और अक्टूबर 2022 में साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के दौरान नागरिकों के लिए पोस्टिंग द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और वेबसाइटों पर पोस्टर और वीडियो का उपयोग करते हुए कई सिक्‍योरिटी टिप्‍स बताए. सेंटर ऑफ़ डेवलपमेंट ऑफ़ एडवांस्ड कंप्यूटिंग के सहयोग से नागरिकों के लिए एक ऑनलाइन जागरूकता अभियान चलाया, जिसमें वीडियो के जरिए से सामान्य ऑनलाइन सुरक्षा, सोशल मीडिया जोखिम और सुरक्षा, मोबाइल से संबंधित धोखाधड़ी और सुरक्षा, सुरक्षित डिजिटल भुगतान अभ्यास आदि जैसे विषय शामिल थे.