India @2047: इस साल 15 अगस्त के दिन पीएम मोदी ने लालकिले के प्राचीर से कहा था कि अगले 25 सालों में भारत को डेवलप्ड इकोनॉमी बनाना है. प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (इकोनॉमिक एडवायजरी काउंसिल) के चेयरमैन बिबेक देबरॉय (Bibek Debroy) ने मंगलवार को कहा कि भारत 2047 तक उच्च-मध्य आय वाला देश (upper-middle-income country) बन सकता है. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए जरूरी  है कि अगले 25 साल में औसत वार्षिक वृद्धि दर 7 से 7.5 फीसदी के बीच रहे. 

20 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है इकोनॉमी

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

देबरॉय ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 2047 तक 20,000 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है. यह 20 ट्रिलियन डॉलर हुआ. इस समय भारत 2700 अरब डॉलर यानी 2.7 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी है. यह दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. देश को वर्तमान में एक विकासशील राष्ट्र के रूप में वर्गीकृत किया गया है.

7-7.5 फीसदी का ग्रोथ जरूरी

उन्होंने कहा कि यदि वास्तविक वृद्धि दर 7-7.5 फीसदी के बीच रहती है, तो भी अगले 25 वर्षों में देश की वार्षिक प्रति व्यक्ति आय 10000 डॉलर होगी. उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत भी उच्च मानव विकास श्रेणी के देशों में शामिल हो जाएगा.

पीएम मोदी ने डेवलप्ड इकोनॉमी का लक्ष्य रखा है

देबरॉय ने कहा, ‘‘...इसका अर्थ है कि भारत उच्च-मध्यम आय वर्ग में होगा, न कि उच्च-आय वर्ग में.’’ उन्होंने साथ ही जोड़ा कि इसका अर्थ यह भी है कि भारतीय समाज की प्रकृति पूरी तरह से बदल जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है.

हाई इनकम कंट्री की पर कैपिटा इनकम 12 हजार डॉलर

विश्व बैंक की परिभाषा के अनुसार यदि किसी देश की प्रति व्यक्ति आय 12,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक है, तो उसे उच्च-आय वाला देश माना जाता है. उन्होंने कहा कि भारत की वृद्धि के लिए राज्यों की वृद्धि महत्वपूर्ण है.