Petrol-diesel demand in India: देश में पेट्रोल (Petrol) की बिक्री अगस्त में बढ़ी है, लेकिन डीजल की मांग में गिरावट जारी है. इसका कारण देश के कई भागों में बारिश से कुछ क्षेत्रों में मांग का प्रभावित होना है. उद्योग के शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक, पेट्रोल की बिक्री  (petrol demand in India August 2022) अगस्त महीने में 5.8 प्रतिशत बढ़कर 28.1 लाख टन रही, जबकि जुलाई में यह पांच प्रतिशत घटकर 26.6 लाख टन रही थी. पीटीआई की खबर के मुताबिक, आंकड़ों बताते हैं कि पेट्रोल की खपत अगस्त, 2021 के मुकाबले करीब 16 प्रतिशत और अगस्त, 2020 के मुकाबले 31.7 प्रतिशत ज्यादा है. अगस्त, 2020 में पेट्रोल की खपत 21.4 लाख टन थी. यह महामारी-पूर्व यानी अगस्त, 2019 के 23.3 लाख टन के मुकाबले 20.6 प्रतिशत ज्यादा है.

मानसूनी बारिश के कारण डीजल के चलते मांग पर असर

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खबर के मुताबिक, सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला ईंधन डीजल (diesel) की खपत आलोच्य महीने में 4.9 प्रतिशत घटकर 61.1 लाख टन रही, जो जुलाई में 64.2 लाख टन थी. मानसूनी बारिश के कारण डीजल की मांग पर असर पड़ा है. वैसे परंपरागत रूप से अप्रैल-जून के मुकाबले जुलाई-सितंबर में खपत कम होती है. बारिश से आवाजाही के साथ कृषि क्षेत्र में भी मांग कम होती है. डीजल की मांग में जुलाई में 13.1 प्रतिशत की कमी आई थी.

डीजल की खपत सालाना आधार पर 

अगस्त में डीजल (diesel)की खपत (diesel demand in India August 2022) सालाना आधार पर 23.5 प्रतिशत ज्यादा है. वहीं अगस्त, 2020 के 42.6 लाख टन के मुकाबले यह 43.4 प्रतिशत ज्यादा है. जबकि कोविड-पूर्व यानी अगस्त, 2019 के 54.8 लाख टन से यह 11.6 प्रतिशत ज्यादा है. इससे पहले,जून महीने में डीजल की खपत बढ़ी थी. विमानन क्षेत्र में आवाजाही बढ़ने के साथ विमान ईंधन की मांग (Petrol-diesel demand in India) अगस्त महीने में पिछले माह के मुकाबले दोगुना से अधिक होकर 5,41,000 टन रही. यह पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 51.4 प्रतिशत और अगस्त, 2020 के मुकाबले 118.9 प्रतिशत अधिक है हालांकि, यह कोविड-पूर्व स्तर अगस्त, 2019 की तुलना में 14.3 प्रतिशत कम है.

रसोई गैस एलपीजी की बिक्री 5 प्रतिशत बढ़ी

आंकड़ों के मुताबिक, रसोई गैस एलपीजी की बिक्री अगस्त में सालाना आधार पर पांच प्रतिशत बढ़कर 24.4 लाख टन रही. यह अगस्त, 2020 के मुकाबले सात प्रतिशत और अगस्त, 2019 की तुलना में 2.5 प्रतिशत ज्यादा है. मासिक आधार पर एलपीजी की मांग एक प्रतिशत कम रही. इस साल जुलाई में इस ईंधन की मांग 24.6 लाख टन रही थी.