पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिली शिकस्त के बाद अब मोदी सरकार किसानों के लिए अपना खजाना खोलने जा रही है. सूत्रों की मानें तो PM मोदी खुद नए साल पर किसानों को कर्जमाफी का तोहफा देंगे. दरअसल, कल यानी बुधवार शाम प्रधानमंत्री ने इस मामले में कृषि मंत्रालय के अधिकारियों के साथ अहम बैठक की थी. इस बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह भी शामिल थे. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पीएम आवास पर हुई अहम बैठक

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी ने कल पीएम आवास पर ही वित्त मंत्री, कृषि मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को बुलाया था. यह मीटिंग शाम 6:30 बजे से लेकर 9 बजे यानी करीब 2.30 घंटे तक चली. इस बैठक में किसानों से जुड़े मुद्दे और कर्ज माफी को लेकर मंथन हुआ. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही किसानों के लिए बड़ी घोषणा की जा सकती है. 

26.3 करोड़ किसानों को मिल सकती है राहत

सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार 26.3 करोड़ किसानों को राहत देने की तैयारी में है. इसके लिए करीब चार लाख करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया जा सकता है. हालांकि, सरकार की तरफ इसको लेकर कोई पुष्टि नहीं की गई है. दरअसल, इससे पहले भी करीब एक दर्जन से ज्यादा बैठक किसानों की कर्ज माफी और इससे जुड़े मुद्दों पर हो चुकी हैं. लेकिन, सरकार ने अपनी रुख साफ नहीं किया है. लेकिन, बुधवार शाम बुलाई गई बैठक से संकेत मिले हैं कि नए साल में पीएम मोदी खुद किसानों को तोहफा देंगे.

नाराज किसानों को मनाने की कोशिश

केंद्र सरकार यह कदम इसलिए उठा रही है क्योंकि विधानसभा चुनावों में किसान सरकार से सबसे ज्यादा नाराज थे. अब सरकार उन्हें लोकसभा चुनाव तक नाराज रखने के मूड में नहीं है. वहीं, फरवरी को अंतरिम बजट पेश करेगी. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस दौरान वित्त मंत्री अरुण जेटली का फोकस ग्रामीण अर्थव्यवस्था, इंफ्रास्ट्रक्चर, घर, रेलवे और सड़कों पर हो सकता है.

और कोई विकल्प नहीं

वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सरकार के पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है. लोकसभा चुनाव नजदीक हैं, इसके चलते गेहूं-धान की गारंटीड कीमत या कोई अन्य आसान कदम उठाकर किसानों को लुभाने के लिए ज्यादा समय नहीं है. ऐसे में सरकार के पास कर्ज माफी ही सबसे आसान विकल्प है. सरकार ने अगर किसानों की कर्जमाफी का ऐलान किया तो निश्चित ही यह सबसे बड़ी मदद होगी.