Industrial production growth: देश के इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन की वृद्धि सुस्त बनी हुई है. मार्च, 2022 में औद्योगिक उत्पादन 1.9 प्रतिशत बढ़ा है. मुख्य रूप से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के कमजोर प्रदर्शन की वजह से औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि सुस्त रही है. गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. मार्च, 2021 में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन 24.2 प्रतिशत बढ़ा था. वहीं इस साल फरवरी में महामारी की तीसरी लहर के बीच इसकी वृद्धि 1.5 प्रतिशत रही. पिछले साल नवंबर और दिसंबर में औद्योगिक उत्पादन मात्र एक फीसदी बढ़ा था. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इन सेक्टर में हुई बढ़ोतरी

अक्टूबर, 2021 में कारखाना उत्पादन में 4.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी. सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च-2022 में खनन उत्पादन चार प्रतिशत बढ़ा. पिछले साल समान महीने में माइनिंग सेक्टर की वृद्धि 6.1 प्रतिशत रही थी. समीक्षाधीन महीने (Month under review) में  मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का उत्पादन मात्र 0.9 प्रतिशत बढ़ा, जबकि एक साल पहले समान महीने में इस क्षेत्र के उत्पादन में 28.4 प्रतिशत की वद्धि हुई थी. बिजली क्षेत्र का उत्पादन में 6.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई. एक साल पहले समान महीने में बिजली क्षेत्र का उत्पादन 22.5 प्रतिशत बढ़ा था.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

FY 2021-22 में औद्योगिक उत्पादन में 11.3% बढ़त

वित्त वर्ष 2021-22 में औद्योगिक उत्पादन में 11.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. 2020-21 में इसमें 8.4 प्रतिशत की गिरावट आई थी. निवेश का सूचक कहे जाने वाले पूंजीगत सामान क्षेत्र का उत्पादन मार्च, 2022 में 0.7 प्रतिशत बढ़ा है. एक साल पहले समान महीने में इस क्षेत्र के उत्पादन में 50.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में करीब 34 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखने वाले प्राथमिक उत्पादों के खंड की वृद्धि मार्च में 5.7 प्रतिशत रही. एक साल पहले समान महीने में इस क्षेत्र का उत्पादन 7.9 प्रतिशत बढ़ा था. ड्यूरेबल कंज्यूमर गुड्स क्षेत्र के उत्पादन में मार्च में 3.2 प्रतिशत की गिरावट आई. एक साल पहले समान महीने में इस क्षेत्र का उत्पादन 59.9 प्रतिश्त बढ़ा था. 

आंकड़ों के अनुसार, मार्च में मध्यवर्ती वस्तुओं और ढांचागत/निर्माण वस्तुओं का उत्पादन बढ़ा, जबकि उपभोक्ता गैर-टिकाऊ खंड के उत्पादन में गिरावट आई. मार्च, 2020 में कोरोना वायरस महामारी की वजह से औद्योगिक उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ था. उस समय इसमें 18.7 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई थी. अप्रैल, 2020 में औद्योगिक उत्पादन 57.3 प्रतिशत घटा था. उस समय महामारी की वजह से लॉकडाउन लगाया था जिससे आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई थीं.