India China Faceoff: भारत और चीन के बीच LAC पर तनातनी लंबे समय से जारी है. दोनों देशों की सीमाएं LAC पर आमने-सामने हैं. तनाव कम करने को लेकर दोनों देशों में सात दौर की वार्ता हो चुकी है. दोनों पक्ष बातचीत के जरिये तनाव कम करने में लगे हैं. इस बीच भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla) ने कहा कि भारत कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बावजूद चीन के साथ अपनी सीमा पर दशकों के ‘सबसे खराब संकट’ से पूरी दृढ़ता और परिपक्वता’ के साथ निपटा है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चुनौतियों से पीछे नहीं हटा भारत

प्रमुख भू-रणनीतिक मुद्दों पर बात करते हुए विदेश सचिव ने कहा कि तात्कालिक चुनौतियां सीमा को लेकर भारत को उसकी रणनीतिक लक्ष्यों से डिगा नहीं पाई हैं, खासकर हिंद प्रशांत क्षेत्र में, जहां भारत मुक्त, समावेशी संरचना के निर्माण के लिए उद्देश्यपूर्ण तरीके से कई चरणों में आगे बढ़ रहा है. पेरिस के एक प्रमुख थिंक-टैंक में आयोजित कार्यक्रम के दौरान श्रृंगला ने फ्रांस में हाल में हुई दो आतंकी घटनाओं का भी जिक्र किया. साथ ही कहा कि आतंकवाद के खतरे को दूर करने के लिए दृढ़ता के साथ काम करने की जरूरत है.

नहीं निकला अब तक कोई नतीजा

उधर, जानकार बताते हैं कि 12 अक्टूबर को सातवें दौर की वार्ता के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला था तो भारत ने इसके प्रति थोड़ी बेरुखी दिखाई. हालांकि भारत सरकार ने आधिकारिक बयान में इस बात को खारिज कर दिया है. दरअसल, जानकार यह बता रहे हैं कि अमेरिका से साथ 2+2 वार्ता में हुए रणनीतिक समझौते को लेकर लेकर भारत ने चीन के साथ बातचीत में थोड़ी सुस्ती दिखाई. अब जबकि भारत-अमेरिका में बाकायदा रणनीतिक समझौता हो गया है तब भारत ने आठवें दौर की वार्ता के लिए कदम बढ़ाया है.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें

अगले दौर की बातचीत के लिए तैयार

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने चीन के साथ कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता के अगले दौर के बारे में कहा कि दोनों पक्ष सैन्य और राजनयिक माध्यमों से बातचीत जारी रखने तथा जल्द से जल्द सैनिकों की वापसी के लिए पारस्परिक रूप से स्वीकार्य किसी समाधान पर पहुंचने के लिए सहमत हुए हैं.