Independence Day 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने  कहा कि नेचुरल और केमिकल फ्री खेती से देश को एग्री सेक्टर में आत्मनिर्भर होने में मदद मिलेगी. मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 76वें स्वतंत्रता दिवस (76th Independence Day) के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए खेती-बाड़ी में पानी के सही उपयोग पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत केवल सरकार का कार्यक्रम नहीं है बल्कि यह लोगों का आंदोलन है जिसे और मजबूत करने की जरूरत है.

प्राकृतिक खेती भी आत्मनिर्भर का रास्ता 

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प्रधानमंत्री ने कहा, भारत तेजी से प्रगति कर रहा है. आज प्राकृतिक खेती भी आत्मनिर्भर का रास्ता है. उन्होंने कहा,  देश में नैनो उर्वरक कारखानें नई उम्मीदें लेकर आई हैं. लेकिन प्राकृतिक और रसायन मुक्त खेती आत्मनिर्भरता को ताकत दे सकती है. मोदी ने कहा कि भारत खाद्यान्न में आत्मनिर्भर हो गया है. उन्होंने कहा, क्या हम अन्य देशों की खाद्य सुरक्षा आवश्यकता को पूरा करने के लिये काम कर सकते हैं? प्रधानमंत्री ने खेती-बाड़ी में पानी के सही तरीके से उपयोग पर भी जोर दिया.

उन्होंने कहा, यह सरकार की जिम्मेदारी और प्रयास है कि हर खेत में पानी पहुंचे. लेकिन हमें ‘प्रति बूंद अधिक फसल’ को अपनाकर पानी बचाने के लिये आगे बढ़ने की जरूरत है. यह बात हमारे खेतों से आनी चाहिए.

बाजरा भारत की समृद्ध विरासत का हिस्सा

मोदी ने कहा कि छोटी जोत वाले किसानों के खेतों में उगाये गये बाजरा भारत की समृद्ध विरासत का हिस्सा है. विश्व 2023 में अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष मना रहा है. यह देश के लिये गर्व की बात है. सरकार ‘परंपरागत कृषि विकास योजना’ (Paramparagat Krishi Vikas Scheme) जैसे कार्यक्रमों के जरिए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही है. लाखों किसानों के लाभ के लिये इस योजना के तहत देश भर में लगभग 30,000 संकुल बनाये गये हैं.

प्राकृतिक खेती को नमामि गंगे परियोजना से भी जोड़ा गया है. इसके तहत गंगा नदी के किनारे एक प्राकृतिक कृषि गलियारा बनाने को लेकर एक अलग अभियान चलाया गया है.