माल एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था के तहत कर संग्रह जनवरी महीने में एक लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया. दो महीने बाद एक बार फिर जीएसटी संग्रह छह अंक के आंकड़े को छुआ है. वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी. जीएसटी संग्रह की पूरी जानकारी 2 फरवरी को आएगी. चालू वित्त वर्ष में यह तीसरी बार है जब जीएसटी संग्रह का आंकड़ा एक लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गया. इससे पहले अप्रैल और अक्टूबर में कर संग्रह इस स्तर पर था. 

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इतना हुआ संग्रह

वित्त मंत्रालय ने ट्वीट में बताया, "जनवरी 2019 महीने का जीएसटी संग्रह आज एक लाख करोड़ रुपये के पार चला गया. आय संग्रह की स्थिति में यह एक महत्वपूर्ण सुधार है. इसकी तुलना में दिसंबर 2018 में जीएसटी संग्रह 94,725 करोड़ रुपये और पिछले साल जनवरी महीने में यह आंकड़ा 89,825 करोड़ रुपये था." मंत्रालय ने कहा, "जीएसटी परिषद ने उपभोक्ताओं पर कर के बोझ को कम करने के लिए कई कर राहत उपाय लागू किए थे. इसके बावजूद यह वृद्धि हासिल की गई है."

 

अलग-अलग माह में संग्रह

अप्रैल में जीएसटी संग्रह 1.03 लाख करोड़ रुपए हुआ था. इसके अलावा मई में 94,016 करोड़ रुपए, जून 95,610 करोड़ रुपए, जुलाई में 96,483 करोड़ रुपए, अगस्‍त में 93,960 करोड़ रुपए, सितंबर में 94,442 करोड़ रुपए, अक्‍टूबर में 100,710 करोड़ रुपए, नवंबर में 97,637 करोड़ रुपए और दिसंबर में 94,725 करोड़ रुपए का जीएसटी संग्रह हुआ था.

 

 

मंत्रालय ने कहा है कि ‘‘उपभोक्ताओं पर कर का भार कम करने के लिए कर में राहत देने के कई कदम उठाने के बावजूद जीएसटी वसूली में यह वृद्धि हुई है.’’ जीएसटी उगाही के आंकड़े अगले महीने की पहली तारीख को जारी किए जाते हैं. जनवरी में जीएसटी की वसूली संबंधी पूरे आंकड़े 2 फरवरी को जारी किए जाएंगे.

(इनपुट एजेंसी से)