पिछले महीने प्याज के बढ़ते दामों को देखते हुए सरकार ने इसके निर्यात को प्रतिबंधित कर दिया था. लेकिन घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में गिरावट आने लगी है. इसे देखते हुए सरकार एक्सपोर्ट बैन के अपने आदेश की समीक्षा करने वाली है. इसके लिए इसी हफ्ते बैठक होगी.

घरेलू बाजार में घटे दाम

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बता दें कि पिछले 10 दिनों में खरीफ प्याज की आवक बढ़ी है. बाजारों में 15000 क्विंटल प्रति दिन से अधिक की आवक जारी है. पिछले महीने की तुलना में लगभग 35% दाम घटे हैं. इससे घरेलू बाजार में भी दाम घटने लगे हैं. इसे देखते हुए सरकार बैन को लेकर रिव्यू मीटिंग करेगी. कहा जा रहा है कि स्थिति संभलती हुई देखकर सरकार कॉपरेटिव के जरिए एक्सपोर्ट को मंजूरी दे सकती है. 

वैसे, कीमतों में गिरावट के बावजूद सरकार घरेलू बाजार में रियायती बिक्री अभी जारी रखेगी. साथ ही NCCF, नाफेड समेत अन्य कोऑपरेटिव से खरीद भी लगातार जारी है. अब तक सरकार ने 25000 टन ख़रीद कर घरेलू बाजार में उपलब्धता सुनिश्चित की है.

प्याज को मुक्त से प्रतिबंधित श्रेणी में डाला था

पिछले महीने की शुरुआत में राजधानी दिल्ली में स्थानीय सब्जी विक्रेता 70-80 रुपये प्रति किलोग्राम पर प्याज बेच रहे थे. कीमतें लगातार ऊपर जा रही थीं, ऐसे में सरकार ने घरेलू उपलब्धता बढ़ाने और कीमतों पर अंकुश के लिए प्याज के निर्यात (Onion Export) पर अगले साल मार्च तक प्रतिबंध लगा दिया था. विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) की ओर से जारी नोटिफेकशन में कहा गया था कि प्याज के एक्सपोर्ट की पॉलिसी को 31 मार्च, 2024 तक मुक्त से प्रतिबंधित श्रेणी में डाल दिया गया है. हालांकि, इस बीच अन्य देशों को उनके अनुरोध के आधार पर सरकार से मंजूरी लेकर प्याज के निर्यात की अनुमति है.

इधर, सरकार एनसीसीएफ, नेफेड, केंद्रीय भंडार और  राज्य नियंत्रित दूसरी सहकारी समितियों द्वारा संचालित खुदरा दुकानों और मोबाइल वैन के जरिए 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती कीमत पर प्याज बेच रही है.