शुक्रवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण पहली बार बजट पेश करने जा रही हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, वित्त मंत्री सरकारी बीमा कंपनियों को राहत देते हुए 3000 करोड़ रुपये की फंडिंग की घोषणा हो सकती है. ये बीमा कंपनियां हैं- यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी, ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी और नेशनल इंश्योरेंस कंपनी. हालांकि, किस कंपनी को कितना फंड मिलेगा इसको लेकर फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं है. केंद्र सरकार ने 2018-19 के बजट में तीनों कंपनियों का विलय एक बीमा इकाई के रूप में करने की घोषणा की थी.

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माना जा रहा है कि तीनों बीमा कंपनियों को फंड मिलने के बाद इनकी आर्थिक सेहत में सुधार होगा. आर्थिक स्थिति सुधरने के बाद इनका आपस में विलय किया जा सकता है. फिलहाल, खराब वित्तीय स्थिति की वजह से इनका मर्जर रुका हुआ है. जानकारी के मुताबिक, इन कंपनियों के सॉल्वेंसी रेशियो IRDAI की तय सीमा से कम है. पूंजी मिलने के बाद मर्जर और लिस्टिंग की प्रकिया तेज होगी.

 

बजट से ठीक पहले वित्तमंत्री ने गुरुवार को संसद में इकोनॉमिक सर्वे 2018-19 पेश किया. उन्होंने कहा कि 2025 तक भारत की अर्थव्यवस्था 5 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है, इसके लिए विकास की रफ्तार 8 फीसदी होनी चाहिए. साथ में उन्होंने कहा कि फाइनेंशियल ईयर 2020 में जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी रहने का अनुमान है. नए वित्त वर्ष में निवेश बढ़ने की भी उम्मीद जताई गई है.