ब्रिटेन और यूरोपीय संघ (EU) के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौता (FTA) घरेलू उद्योग के लिए क्रांतिकारी परिवर्तन लाएगा और परिधान निर्यातकों को इनसे बहुत फायदा होगा. परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (APEC) ने यह बात कही. एईपीसी के चेयरमैन नरेन गोयनका ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE), ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ व्यापार समझौते इस क्षेत्र के लिए बाजार पहुंच प्रदान कर रहे हैं.

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उन्होंने कहा, ब्रिटेन के साथ एफटीए उद्योग के लिए एक क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला होगा, और अगर हम एफटीए समझौते पर हस्ताक्षर करते हैं तो ईयू से बड़ा लाभ मिलेगा. ब्रिटेन के साथ एफटीए (FTA) पर बातचीत अंतिम दौर में है और ईयू के साथ वार्ता तेजी से बढ़ रही है.

परिधान उद्योग में लगभग 10 करोड़ रुपये के कारोबार वाले 80% निर्यातक शामिल हैं और भारतीय परिधान विनिर्माण इकाइयों में मशीनों की औसत संख्या 250-400 है, जबकि प्रतिस्पर्धी देशों में औसतन 800-1000 मशीनें हैं.