केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 10 से 16 अप्रैल के दौरान हफ्ते भर की अमेरिका यात्रा पर हैं. FM सोमवार को न्यूयॉर्क से वाशिंगटन डीसी पहुंचीं. यहां पहुंचने पर अमेरिका में भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने वित्त मंत्री का स्वागत किया. इससे पहले निर्मला सीतारमण न्यूयॉर्क के जेएफके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंची थीं. यहां भारत के महावाणिज्य दूत रणधीर जायसवाल ने उनकी अगवानी की थी.

क्या होगा आगे का कार्यक्रम?

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वित्त मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा था कि वित्त मंत्री सीतारमण अमेरिका में G20 बैठक की मेजबानी करेंगी. साथ ही विश्व बैंक समूह (WBG), अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की बैठकों में भाग लेंगी. IMF की वसंतकालीन सालाना बैठकों के दौरान, वित्त मंत्री G20 देशों के अपने समकक्षों और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों सहित अन्य प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों के साथ भारत की G20 अध्यक्षता के तहत आपसी हित और सहयोग के मुद्दों और विभिन्न क्षेत्रों के बारे में चर्चा करेंगी.

RBI के अधिकारी भी होंगे बैठक में शामिल

FM निर्मला सीतारमण 12 और 13 अप्रैल को रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास के साथ संयुक्त रूप से G20 के वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक के गवर्नरों की दूसरी बैठक की मेजबानी करेंगी. वर्तमान में भारत G20 की अध्यक्षता कर रहा है. इस बैठक में G20 सदस्य देशों के अलावा 13 आमंत्रित देशों और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय संगठनों के करीब 350 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे.

किस विषय पर चर्चा होगी

दूसरी G20 FMCBG बैठक में खाद्य और ऊर्जा असुरक्षा का समाधान करना, वैश्विक ऋण कमजोरियों को प्रबंधित करना, बहुपक्षीय विकास बैंकों (MDB) को मजबूत करने, जलवायु कार्रवाई के लिए वित्त जुटाना, वित्तीय समावेश प्रक्रिया को आगे बढ़ाने और अंतर्राष्ट्रीय कर और वित्तीय प्रगति में तेजी लाने आदि विषयों पर विचार-विमर्श करना होगा. बैठक में भारत की G20 वित्त ट्रैक कार्ययोजना के तहत परिकल्पित परिणामों पर हुई प्रगति का जायजा भी लिया जाएगा.

थिंक टैंक और निवेशकों से भी होगी मुलाकात

इसके अलावा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वाशिंगटन में कुछ द्विपक्षीय बैठकों और निवेश सत्रों के साथ अन्य संबंधित बैठकों में भी शामिल होंगी. यात्रा के दौरान दुनिया भर के अर्थशास्त्रियों, उद्यमियों, थिंक टैंक और निवेशकों से भी उनकी मुलाकात होगी. वित्त मंत्री भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिलेंगी. अपनी यात्रा के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री 10 अप्रैल को पीटरसन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स (PIIE) में एक फायरसाइड चैट में भी भाग लेंगी.

क्रिप्टो परिसंपत्तियों पर होगी चर्चा

14 अप्रैल को “क्रिप्टो परिसंपत्तियों के वृहद्-वित्तीय प्रभाव” पर एक उच्च-स्तरीय संगोष्ठी आयोजित की जाएगी. इसमें क्रिप्टो परिसंपत्तियों के वृहद्-वित्तीय निहितार्थों की समीक्षा की जाएगी और लाभ उठाने तथा जोखिमों को कम करने से जुड़ी नीतियों पर चर्चा की जाएगी. इनके अलावा वित्त मंत्री 14 अप्रैल को IMF द्वारा आयोजित ‘डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (DPI) के लाभ’ विषय पर एक उच्च-स्तरीय संगोष्ठी में भी भाग लेंगे. संगोष्ठी का उद्देश्य DPI की परिवर्तनकारी शक्ति और इसकी क्षमता को अधिकतम करने के तरीकों के साथ-साथ भारत और अन्य देशों के अनुभवों पर चर्चा करना है.  

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(PBNS इनपुट के साथ)