Cryptocurrencies under tax net in india : सरकार क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को टैक्स के दायरे में लाने के लिए आयकर (Income Tax) कानूनों में बदलाव पर विचार कर रही है. इनमें से कुछ बदलाव अगले साल के बजट का हिस्सा हो सकते हैं. पीटीआई की खबर के मुताबिक, राजस्व सचिव तरुण बजाज (Revenue Secretary Tarun Bajaj) ने कहा कि इनकम टैक्स के संदर्भ में कुछ लोग पहले से ही क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली इनकम पर पूंजीगत लाभ कर (capital gains tax) का भुगतान कर रहे हैं. माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के संबंध में भी कानून बहुत स्पष्ट है कि दर दूसरी सेवाओं की तरह लागू होगी.

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पहले से ही लोग इस पर टैक्स चुका रहे 

खबर के मुताबिक, बजाज ने बताया कि हम फैसला लेंगे. मैं समझता हूं कि पहले से ही लोग इस पर टैक्स चुका रहे हैं. अब जब यह वास्तव में बहुत बढ़ गया है, तो हम देखेंगे कि क्या कानून की स्थिति में कुछ बदलाव (income tax law to bring cryptocurrencies under tax net) ला सकते हैं या नहीं. लेकिन यह एक बजट की गतिविधि होगी. हम पहले से ही बजट के करीब हैं, हमें उस समय को देखना होगा.

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पैसा कमाते हैं तो टैक्स देना होगा

यह पूछे जाने पर कि क्या क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए स्रोत पर कर संग्रह (TCS) का प्रावधान पेश किया जा सकता है, सचिव ने कहा कि अगर हम एक नया कानून लेकर आते हैं, तो हम देखेंगे कि क्या किया जा सकता है. उन्होंने कहा, 'लेकिन हां, अगर आप पैसा कमाते हैं तो आपको टैक्स देना होगा. हमारे पास पहले से ही कुछ टैक्स हैं, कुछ ने इसे एक संपत्ति के रूप में माना है और इस पर पूंजीगत लाभ कर का भुगतान किया है.

पहली बार 3 ट्रिलियन डॉलर के निशान पर 

इंटरनेशनल क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) मार्केट पहली बार 3 ट्रिलियन डॉलर के निशान पर पहुंच गया है. बिटकॉइन और एथेरियम की वैल्यू अब तक के सबसे उंचाई पर पहुंच गए हैं. बिटकॉइन और एथर ने 9 नवंबर को 68,641.57 डॉलर और 4,857.25 डॉलर का एक नया सर्वकालिक रिकॉर्ड बनाया था. बिटकॉइन इस साल के आखिर तक 100,000 डॉलर के निशान को छू सकता है. खासतौर से भारत में इसके बढ़ते इस्तेमाल के बीच अकेले बिटकॉइन का बाजार पूंजीकरण इंटरनेशनल लेवल पर 2.5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया है.