Leh Solar Power Project: कैबिनेट मीटिंग के बाद एक प्रेस नोट में सरकार ने बताया कि CCEA ने आज लद्दाख के 13 GW Renewable Energy Project से ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर (GEC) के निर्माण का अनुमोदन दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2020 के स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में लद्दाख में 7.5 GW सोलर पार्क की स्थापना की घोषणा की थी. इसी के अनुरूप MNRE ने लद्दाख में 13 GW रिन्यूएबल एनर्जी की क्षमता विकसित करने का प्लान बनाया है. 

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इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट से Power evacuate करने के लिए ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण आवश्यक होगा. अतः एक नई इंटर-स्टेट ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण किया जाएगा. यह लाइन हिमाचल प्रदेश, पंजाब से होते हुए हरियाणा के कैथल तक आयेगी, जहां इसे नेशनल ग्रिड से जोड़ दिया जाएगा.

20 हजार करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट

लद्दाख से कैथल (हरियाणा) तक 5GW कैपेसिटी के लाइन की अनुमानित लागत 20,773.70 करोड़ रुपये होगी. कुल परियोजना लागत का 40% (8,309.48 करोड़) सेंट्रल ग्रांट के रूप में उपलब्ध कराया जाएगा. शेष 60% POWERGRID द्वारा अरेंज किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट को 7 वर्षों में पूर्ण कर लिया जाएगा.

 

लद्दाख के complex terrain और सामरिक sensitivities के दृष्टिगत इस परियोजना के लिए विद्युत मंत्रलाय के PSU, Power Grid Corporation को Implementing agency के रूप में चिन्हित किया गया है.

लद्दाख के लोगों को मिलेगा रोजगार

लद्दाख में 13 GW रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता की स्थापना एवं इस प्रोजेक्ट का कार्यान्वयन, भारत सरकार द्वारा वर्ष 2030 तक 500 GW की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता का जो महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा गया है, उसकी प्राप्ति में एक महत्वपूर्ण कदम होगा. इस प्रोजेक्ट से लद्दाख की high Solar irradiation का भी सुचारू ढंग से उपयोग किया जा सकेगा. इस प्रोजेक्ट से लद्दाख के लोगों को डायरेक्ट और इनडायरेक्ट रोजगार भी मिलेगा.

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