बजट में पहली महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बजट पेश किया, लेकिन टैक्स देने वाले खासकर वेतनभोगियों के लिए कुछ खास घोषणा नहीं हुई. इस मुद्दे पर पूर्व वित्त मंत्री और वर्तमान रेल मंत्री पीयूष गोयल से जब इस संबंध में पूछा गया है कि आपका कहना है कि बैंक की स्थिति मजबूत हो रही है. टैक्स देने वालों की संख्या भी बढ़ रही है. ऐसे में जब आपने अंतरिम बजट में  पेश किया था तो वहां से एक उम्मीद जगी थी कि जुलाई में पेश होने वाले बजट में टैक्स देने वालों के लिए कोई अच्छी खबर आएगी. मगर ऐसा नहीं हुआ. इस सवाल के जवाब में गोयल ने कहा कि अंतरिम बजट जुलाई वाले बजट की ही हिस्सा होता है. उनका कहना है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बहुत अच्छे से सब बाते सामने रखी हैं कि कहां से रेवेन्यू आएगा और कहां खर्च होगा. 

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उन्होंने कहा कि जो राहत देनी थी वह छोटे टैक्स पेयर को अंतरिम बजट में दी गई थी. उनका कहना था कि आज कोई 8-9 लाख रुपये भी कमाता है तो अलग-अलग छूट के साथ टैक्स के दायरे से बाहर हो  जाता है. उन्होंने कहा कि आज हाउसिंग पर ब्याज को दो लाख से तीन लाख रुपये किया गया या इलेक्ट्रकल वाहनों पर जो छूट की घोषणा की गई है, इससे तो और अधिक कमाई वाला भी टैक्स के दायरे से बाहर हो सकता है.

पेट्रोल-डीजल पर सरचार्ज बढ़ाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि अभी हमने कीमतें घटाईं थीं जब इंटरनेशनल मार्केट में कीमतें बढ़ी थीं. अब प्राइस कम हो गए तो इस घोषणा से बहुत अधिक असर नहीं होगा. लेकिन इससे जो पैसा आएगा, उससे जो इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधरेगा, उसका लाभ देश 130 करोड़ लोगों को मिलेगा. इससे पेट्रोल की खपत भी कम हो जाएगी और पर्यावरण भी ठीक रहेगा. एविएशन और मीडिया जैसे क्षेत्र में एफडीआई से जुड़े एक सवाल पर गोयल ने कहा कि भारत की इकोनॉमी ओपन है. जब हम द्वार खोलते हैं तो बड़ी मात्रा में निवेश भारत आता है और यहां लोगों को नौकरियां मिलती हैं. हम कुछ सेक्टर जो इससे छूटे हुए थे,धीरे-धीरे उसे भी इसमें शामिल कर रहे हैं.