वित्‍त मंत्री अरुण जेटली 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश करने जा रहे हैं. जेटली द्वारा पेश किया जाने वाला यह छठा बजट होगा. लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि देश में सबसे ज्‍यादा बार बजट पेश करने वाले वित्‍त मंत्री कौन थे जो बाद में प्रधानमंत्री भी बने? यह रिकॉर्ड मोरारजी देसाई के नाम है जिन्‍होंने 10 बार बजट पेश किया. इनमें आम बजट और अंतरिम बजट दोनों शामिल हैं.

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दो बार पेश किया 'बर्थडे बजट'

मोरारजी देसाई ने 1959-60 से 1963-64 के बीच 5 बार, 1967-68 से 1969-70 के बीच 3 बार, 1962-63 और 1967-68 के अंतरिम बजट पेश किया था. मोरारजी देसाई ने अपने जन्मदिन (29 फरवरी) के दिन दो बार बजट पेश किया. पहली बार 1964 को और दूसरी बार 1968 को. जन्‍मदिन पर बजट पेश करने की वजह से उनके बजट को बर्थडे बजट भी कहते हैं.

आज भी जारी है एक्‍साइज ड्यूटी के सेल्‍फ असेसमेंट का सिस्‍टम

मोरारजी देसाई ने वित्‍त मंत्री रहते हुए 29 फरवरी 1968 को पेश किए गए बजट में उद्योगों के लिए सबसे अहम फैसला फैक्‍ट्री गेट पर एक्‍साइज डिपार्टमेंट द्वारा असेसमेंट कराने और स्टांप की अनिवार्यता खत्म करने का लिया. बजट में उन्‍होंने एलान किया था कि मैन्‍युफैक्‍चररर्स के लिए सेल्‍फ-असेसमेंट का सिस्टम तैयार किया गया है. एक्‍साइज ड्यूटी के लिए सेल्‍फ-असेसमेंट का यह सिस्टम अब भी जारी है.

प्रधानमंत्री भी बने मोरारजी देसाई

26 जून 1975 को तत्कालीन इंदिरा गांधी की सरकार ने देश में आपातकाल लागू कर दिया. विपक्ष के प्रमुख नेता सरकार का विरोध न कर सकें, इसलिए उन्हें जेल में डाल दिया गया. लगभग ढाई वर्षों की इमरजेंसी के बाद देश में आम चुनाव हुए. जनता ने देश को काले दिन दिखाने वाली कांग्रेस पार्टी को चुनाव में करारी शिकस्त दिलाई. जनता पार्टी की सरकार बनी. प्रधानमंत्री बने मोरारजी देसाई. कांग्रेस पार्टी के पुराने नेता रहे मोरारजी देसाई देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू की सरकार में भी मंत्री रह चुके थे.

2001 से पहले फरवरी के अंत में पेश होता था बजट

दरअसल, मोरारजी देसाई का जन्म 29 फरवरी 1896 को गुजरात के वलसाड में हुआ था. 2001 से पहले फरवरी माह के आखिरी दिन बजट पेश करने की परंपरा थी. उनके अलावा प्रणब मुखर्जी, पी. चिदंबरम, यशवंत सिन्हा, वाई. बी. चाह्वान ने 7 बार बजट पेश किए हैं.